वीडियो: 24 उंगलियों वाले इस लड़के को है जान का खतरा, खौफ के साए में पूरा परिवार

Update: 2018-09-02 10:06 GMT

बाराबंकी: एक तांत्रिक ने कुछ लोगों से कहा कि 24 उंगलियों वाले लड़के की बलि चढाओ तो लक्ष्‍मी की कृपा होगी। बस फिर क्‍या था उसके अपने रिश्‍तेदार ही उसके खून के प्‍यासे हो गए। ये हम कोई फिल्‍मी कहानी नहीं सुना रहे, बल्कि ये असल वाकया है जिले के रामनगर का। जहां शिवनंदन नामक लड़के के रिश्‍तेदार ही उसकी बलि देने पर आमादा हैं। शिवनंदन का पूरा परिवार रोजी रोटी छोड़कर उसकी रखवाली करने पर मजबूर है।

खुद बने चौकीदार

शिवनंदन के घर की आर्थिक स्थिति भी काफी खराब है। उसके पिता खुन्नी लाल मिस्त्री का काम करके किसी तरह गुजारा करते हैं। लेकिन रिश्तेदारों के नापाक मंसूबों के चलते वह अब बच्चे की हिफाजत के चलते कहीं नहीं जाते। जिसकी वजह से उनके सामने रोजी-रोटी का संकट भी खड़ा हो गया है। पुलिस से मदद की गुहार लगाई है, पहले कार्यवाही भी हुई लेकिन अब फिर से खतरा मंडरा रहा है।

मुहूर्त न होने से बची जान

शिवनंदन ने बताया कि उनके रिश्तेदार भागीरथ और हंसराज समेत कुछ लोग उसे बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गए और एक बाग में आठ लोगों के बीच बैठाकर पूजा कराई। उसकी उंगलियों में रंग से निशान लगवाए गए। लेकिन तभी उस

बाबा ने कहा कि आज शुक्रवार है। अगर वह बलि गुरुवार को देंगे तो माया निकलेगी। मुहुर्त न निकलने के चलते वह लोग मुझे घर पर छोड़ गए और धमकी दी कि अगर किसी को कुछ बताया तो मुझे जान से मार देंगे। लेकिन मैंने सारी बात मां-बाप को बता दी। अब वही लोग फिर से घर आकर मेरी बलि चढ़ाने की कोशिश में लगे हैं।

बड़े भाई के रिश्‍तेदार हैं खून के प्‍यासे

शिवनंदन के पिता खुन्नी लाल ने बताया कि मेरे बड़े भाई के रिश्तेदार, जिनका नाम भागीरथ है। उनसे किसी तांत्रिक बाबा ने कहा था कि ऐसा बच्चा जो उल्टा पैदा हुआ हो या फिर उसकी चौबीस उंगली हों, उसकी बलि चढ़ा दो। जिसके बाद वह हमारे घर आए और बच्चे को बहरा-फुसलाकर अपने साथ लेकर चले गए। जब मुझे पूरी बात पता चली तो मैंने उन लोगों के खिलाफ एफआईआर करवाई। उनमें से तीन लोग जेल चले गए जबकि कुछ अज्ञात अभी तक नहीं पकड़े गए। डरे-सहमे पिता ने बताया कि अब करीब दो साल बाद वही लोग फिर जेल से छूटकर वापस आ गए और फिर से हमारे बेटे की बलि चढ़ाने के लिए हम लोगों को धमका रहे हैं। जिसकी शिकायत हम लोगों ने दोबारा पुलिस के पास की है। पिता ने बताया कि अब वह 24 घंटे घर पर ही अपने बच्चे की रखवाली कर रहा है और कहीं भी आने जाने से डरता है। यहां तक कि अपने बच्चे को पढाई के लिए स्कूल भी नहीं भेजता।

पुलिस ने उठाया पढ़ाई का खर्च

इस मामले में सीओ रामनगर उमाशंकर सिंह का कहना है कि गुर्गी गांव से शिवनंदन नाम का एक बच्चा मेरे कार्यालय में आया और उसने जानकारी दी कि उसके चौबीस अंगुलियां हैं। जिसके चलते पहले भी लोगों ने मेरी बलि देने की

कोशिश की थी। वही लोग दोबारा मेरी बलि देने की कोशिश कर रहे हैं। जिसके चलते वह बहुत डरा सहमा है और स्कूल नहीं जा पा रहा है। पूरा मामला मेरे संज्ञान में आ गया है और मैं इसमें कड़ी से कड़ी कार्यवाही करूंगा। जिससे बच्चा शिक्षा से वंचित न रह सके और कोई इसे किसी तरह से नुकसान न पहुंचा सके। साथ ही सीओ ने कहा कि इस बच्चे की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर है इसलिए मेरी यहां तैनाती तक इसकी शिक्षा का पूरा खर्च मेरी तरफ से उठाया जाएगा।

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