बागपत: बीजेपी जिलाध्यक्ष की दबंगई से परेशान दंपति ने किया आत्मदाह का प्रयास

Update:2017-07-10 12:51 IST

बागपत: एक तरफ जहां योगी सरकार कानून व्यवस्था और न्याय के लिए बड़े-बड़े वादे कर रही है, तो वहीं बीजेपी के ही कुछ लोग दबंगई पर उतर आए हैं। बीजेपी जिलाध्यक्ष और भूमाफियाओं की दबंगई के आगे बागपत पुलिस भी नतमस्तक हो गई। जिसके चलते पीड़ित दंपति ने थाने में ही आत्मदाह का प्रयास किया। एसडीएम के आदेशों के बावजूद पीड़ित परिवार को कब्जा नहीं मिला।

कौन दे रहा दबंगों का साथ

यूपी में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद भले ही सीएम ने भूमाफियाओं ओर दबंगों पर सख्त रुख अख्तियार करने के आदेश दिए हों, लेकिन अभी भी उनका कहर जारी है। पार्टी के नेता खुद दबंगों का साथ दे रहे हैं।

आगे की स्लाइड में जानिए इस घटना से जुडी बातें और देखें तस्वीरें

ताजा मामला यूपी के बागपत का है, जहां आरोप है कि बीजेपी के जिलाध्यक्ष और भूमाफियाओं ने मिलकर एक परिवार के मकान पर कब्जा कर लिया। एसडीएम के आदेशों के बाद भी बीजेपी नेता की दबंगई के चलते पुलिस ने पीड़ित को कब्जा नहीं दिलाया। तो पीड़ित दंपति ने मिट्टी का तेल डालकर थाने में ही आत्मदाह का प्रयास किया।

पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए एसडीएम ने पीड़ित परिवार को कब्जा दिलाने की बात कही है। साथ ही एसडीएम के आदेशों की अवहेलना करने पर भी खेकड़ा थाना पुलिस पर कार्रवाई की बात की है।

आगे की स्लाइड में जानिए इस घटना से जुडी बातें और देखें तस्वीरें

क्या है पूरी घटना

-दरअसल मामला खेकड़ा कसबे का है।

-जहां के रहने वाले राकेश के घर पर कस्बे के ही बाबू, आजाद, उदय, महक सिंह ने पिछले काफी समय से कब्जा कर रखा है।

-पीड़ित काफी समय से मकान से कब्जा हटवाने के लिए अधिकारियों के चक्कर लगा रहा है।

-एसडीएम खेकड़ा ने थाना पुलिस को दबंगों से कब्जा मुक्त कराने व पीड़ित को कब्जा दिलवाले के आदेश किए थे।

आगे की स्लाइड में जानिए इस घटना से जुडी बातें और देखें तस्वीरें

-लेकिन थाना पुलिस बीजेपी के खेकड़ा नगर अध्यक्ष मनोज धामा व बागपत जिला अध्यक्ष संजय खोखर के दबाव में पीड़ितों को मकान पर कब्जा नहीं दिला रही थी।

-बीजेपी के दोनों नेता पीड़ितों पर दबाव बना रहे थे, जिसके चलते पीड़ित राकेश अपनी पत्नी विनीता व एक 4 चार साल के बेटे के साथ खेकड़ा थाने पहुंचा और आत्मदाह करने का प्रयास किया।

-जैसे-तैसे वहां पर मौजूद लोगों ने राकेश को समय रहते बचा लिया। हालांकि खेकड़ा थाना पुलिस वहां मूकदर्शक बनी रही।

क्या बोले एसडीएम

वहीं मौके पर पहुंचे एसडीएम अजय कुमार उपाध्याय ने मामले की गंभीरता को देखते हुए थाना पुलिस को फटकार लगाई।

आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई कर पीड़ित को भी मकान पर कब्जा दिलवाने की बात कही है।

जब ये मामला मीडिया की सुर्खियों में आए, तो बीजेपी जिलाध्यक्ष ने भी मीडिया के सामने अपना पक्ष रखा।

उन्होंने अपना बचाव करते हुए कहा है कि उनपर लगे सभी आरोप निराधार हैं। ये राजनीति में उन्हें फसाने के लिए किसी विपक्षी की चाल भी हो सकती है।

Tags:    

Similar News