पोस्‍टमार्टम के बीच डॉक्‍टर गया चाय पीने, और फिर ये हुआ...

Update: 2018-08-27 12:21 GMT

शाहजहांपुर: जिले में सरकारी अस्‍पताल के डॉक्‍टर को पोस्‍टमार्टम के बीच में चाय पीने जाना महंगा पड़ गया। दरअसल एक रोड एक्‍सीडेंट में बाइकसवार पति-पत्‍नी की मौत हो गई थी। दोनों शवों का पोस्‍टमार्टम एक डॉक्‍टर को करना था। लेकिन डॉक्‍टर को पति का पोस्‍टमार्टम करने के बाद चाय की तलब लग गई। उसने पत्‍नी का पोस्‍टमार्टम नहीं किया। चाय पीने में उसे घंटों लग गए। उधर दोनों के शवों का इंतजार कर रहे परिजनों के सब्र का बांध टूट गया और उन्‍होंने शव रोड पर रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। बवाल होता देखकर सीएमओ और सीओ समेत भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। उन्‍होंने परिजनों को समझाकर जाम खुलवाया।

मामले की होगी जांच

दरअसल बीती रात निगोही थाना क्षेत्र के स्टेट हाईवे पर अज्ञात वाहन ने बाइक सवार को टक्कर मार दी। हादसे मे पति हरिशंकर और पत्नी रानी देवी की मौत हो गई थी। पत्नी अपने पति के साथ रक्षाबंधन के त्यौहार पर भाई को राखी बांधने गई थी। उसके बाद परिजन दोनों शवों को पास के सरकारी अस्पताल लेकर गए और वहां शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। मृतकों के परिजनों का आरोप है कि सुबह 10 बजे दोनों शवों को पोस्टमार्टम हाऊस लेकर आए थे। दोपहर 12 बजे डाक्टर सरोज आए और पति का पोस्टमार्टम कर दिया और चाय पीने की बात कहकर चले गए। उसके बाद तीन घंटे तक डाक्टर वापस नहीं लौटे और महिला का पोस्टमार्टम नहीं हो पाया।

उसके बाद गुस्साए परिजनों ने बीजेपी विधायक रोशनलाल वर्मा से फोन पर बात करने के बाद शव को रोड पर रखकर जाम लगा दिया। तभी सीएमओ भी मौके पर पहुंचे और डाक्टर के खिलाफ कड़ी कार्यवाही का आश्वासन देकर जाम को खुलवा दिया। इस दौरान परिजनों और पुलिस की तीखी नोकझोंक भी हो गई। फिलहाल सीएमओ के आदेश पर शव का पोस्टमार्टम शुरू कर दिया गया है।

सीएमओ आरपी रावत का कहना है की हादसे में मरने वाले पति पत्नी के शवो के पोस्टमार्टम में देरी होने पर शव को रोड पर रखकर परिजनों ने जाम लगा दिया था। परिजनों के आरोपों की जांच की जाएगी। दोषी पाए जाने पर डाक्टर को निलंबित किया जाएगा।

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