BJP Manifesto 2024: अंबेडकर जयंती पर जारी होगा BJP का ‘संकल्प पत्र’, क्या हैं इसके सियासी मायने?
BJP Manifesto: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर कल अंबेडकर जयंती पर बीजेपी अपना घोषणा पत्र जारी करेगी। बीजेपी ने अपने इस घोषणा पत्र को संकल्प पत्र का नाम दिया है। आइए, जानते हैं सियासी मायने।
BJP Manifesto: कल 14 अप्रैल को यानी अंबेडकर जयंती के मौके पर भाजपा अपना घोषणा पत्र जारी करेगी। बीजेपी ने अपने इस घोषणा पत्र का नाम 'संकल्प पत्र' रखा है। जानकारी के अनुसार, कल बीजेपी अपने दिल्ली मुख्यालय से सुबह करीब 9 बजे लोकसभा चुनाव 2024 के लिए घोषणापत्र (BJP Manifesto) जारी करेगी। इस दौरान भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत पार्टी के बड़े चेहरे मौजूद रहेंगे। कयास लगाए जा रहे हैं कि पीएम मोदी (PM Modi) भी संकल्प पत्र जारी करने के दौरान मुख्यालय पहुंच सकते हैं।
बीजेपी के घोषणा पत्र पर विपक्षी दलों की भी निगाहें
संकल्प पत्र (Sankalp Patra) के ऐलान के बाद कल पीएम मोदी की कर्नाटक के मैसूर और बेंगलुरु में रोड शो भी है। वह एमपी में भी एक जनसभा को संबोधित कर सकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी का इस समय सबसे अधिक ध्यान दक्षिण भारत की ओर है। हालांकि, कल ये देखने वाली बात होगी कि बीजेपी अपने घोषणापत्र में इस बार क्या-क्या चुनावी वादे करती है। बीजेपी के घोषणा पत्र (BJP Manifesto) पर विपक्षी पार्टियों की भी निगाहें भी टिकी हुई हैं, जिन्होंने पहले ही चुनावी वादे कर दिए हैं।
बीजेपी ने लोगों से मांगे थे घोषणा पत्र (BJP Manifesto) को लेकर सुझाव
बता दें, भाजपा ने अपना संकल्प पत्र तैयार करने के लिए 27 सदस्यों की एक समिति गठित की थी। इस समिति की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कर रहे थें। बीजेपी की इस घोषणापत्र को लेकर लोगों से भी सुझाव मांगे गए थे। जानकारी के अनुसार, 1.5 लाख से अधिक जनता ने वीडियो के माध्यम से अपने-अपने सुझाव पार्टी को भेजे हैं। नमो ऐप (Namo App) के जरिए भी 40 हजार से अधिक लोगों ने सुझाव दिए।
अंबेडकर जयंती पर घोषणा पत्र जारी करने के सियासी मायने
कल अंबेडकर जयंती (Ambedkar Jayanti) के मौके पर बीजेपी अपना घोषणा पत्र जारी कर रही है। अब सियासी गलियारों में इस बात के भी कई मायने लगाए जा रहे हैं। इस घोषणा पत्र को दलितों और पिछड़ों से जोड़ कर भी देखा जा रहा है। हालांकि, प्रधानमंत्री मोदी कई बार खुद को पिछड़ों का नेता बता चुके हैं। और पिछले चुनाव में भी बीजेपी ने पिछड़े वोटरों को साधा था। अब इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी अपना संकल्प पत्र अंबेडकर जयंती पर घोषित कर दलितों को सीधे तौर पर साधने का प्रयास कर रही है। हालांकि,अब देखना ये होगा कि बीजेपी की इस संकल्प पत्र में दलितों के लिए कितना कुछ है।
इन मुद्दों को लेकर दावे कर सकती है बीजेपी
कयास लगाए जा रहे हैं कि कल बीजेपी की ओर से जारी होने वाले संकल्प पत्र में विकास, विकसित भारत, युवाओं, महिलाओं, गरीबों और विशेष तौर पर किसानों को लेकर बड़े ऐलान कर सकती है। इस बार के मेनिफेस्टो की थीम ‘मोदी की गारंटी: विकसित भारत 2047’ हो सकती है। इन सब के अलावा बीजेपी इस बार का चुनाव माफियाओं पर एक्शन, राममंदिर के बाद काशी और मथुरा और हिंदुत्व छवि पर लड़ने की तैयारी में है।
2019 का चुनाव इन मुद्दों पर लड़ी थी बीजेपी
बीजेपी के पिछले घोषणा पत्र में शामिल बड़े दावों की बात करें तो उनमें राम मंदिर निर्माण, वसुधैव कुटुंबकम, समावेशी विकास, महिला सशक्तिकरण, शिक्षा और कौशल विकास, युवा भारत, सुशासन, स्वस्थ भारत, नए भारत की बुनियाद, अर्थव्यवस्था, कृषि और किसान कल्याण और राष्ट्र सर्वप्रथम शामिल हैं। बीजेपी दावा करती है कि वो जो कहती है वो करती है।
कांग्रेस ने अपने न्याय पत्र में किए 25 चुनावी वादे
कांग्रेस लोकसभा चुनाव को लेकर अपना घोषणा पत्र (Congress Manifesto) पहले ही जारी कर चुकी है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने घोषणा पत्र जारी किया था। अपने घोषणा पत्र को कांग्रेस ‘न्याय पत्र’ (Nyaya Patra) का नाम दिया है। घोषणा पत्र में कांग्रेस ने 25 चुनावी दावे किए हैं। इन 25 वादों को कांग्रेस ने इन 10 टॉपिक में बांटा है।
- हिस्सेदारी न्याय
- युवा न्याय
- नारी न्याय
- किसान न्याय
- श्रमिक न्याय
- संविधानिक न्याय
- आर्थिक न्याय
- राज्य न्याय
- पर्यावरण न्याय
- रक्षा न्याय