Cabinet Ministers List: राजनाथ सिंह समेत यूपी के ये दिग्गज बनेंगे मंत्री, जानिए किन्हें पहुंचा फोन जो शाम को लेंगे शपथ
Cabinet Ministers List: एनडीए सरकार 3.0 में भी यूपी की गहरी छाप होने के आसार हैं। राज्य में बीजेपी और उसके सहयोगी नेताओं को फोन गए हैं।
Cabinet Ministers List: राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन एनडीए की तीसरी सरकार का शपथ ग्रहण सामारोह आज यानी रविवार शाम 7.15 बजे राष्ट्रपति भवन में होगा। नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे, उनके साथ ही टीडीपी, जदयू, अपना दल, रालोद समेत एनडीए में शामिल दलों के कई सांसदों को भी मंत्री पद का शपथ ग्रहण कराया जाएगा। सरकार में यूपी के भी कई दिग्गज सांसदों का मंत्री बनना तय है।
सूत्रों की माने तो यूपी से कई सांसदों का एनडीए तीन में मंत्री बनना तय है। जिन्हें मंत्री बनाया जाएगा उनके पास फोन भी गए हैं। माना जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और लखनऊ से सांसद राजनाथ सिंह, अपना दल सोनेलाल की नेता और मीर्जापुर से सांसद अनुप्रिया पटेल और राष्ट्रीय लोकदल के नेता एवं राज्यसभा सांसद जयंत चौधरी का मंत्री बनना तय है।
इसके अलावा मंत्री पद की लिस्ट में बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा, पीलीभीत से नवनिर्वाचित सांसद और यूपी सरकार में पीडब्ल्यूडी मिनिस्टर जितिन प्रसाद को भी मंत्री बनाया जा सकता है। यूपी में इस बार भाजपा और उसके सहयोगी दलों को लोकसभा चुनाव में भारी नुकसान उठाना पड़ा है। चार जून को आए लोकसभा चुनाव के परिणाम ने यूपी में भाजपा को निराश कर दिया। बीजेपी केवल 80 में से 33 सीटें ही जीत सकी। वहीं उनकी सहयोगी रालोद ने दो और अपना दल एक सीट पर जीत हासिल कर सकी।
जानिए कैसे चुने गए सहयोगी दलों से मंत्री?
पीएम मोदी द्वारा सरकार बनाने का दावा पेश करने के बाद एनडीए के सहयोगी दलों टीडीपी के मुखिया चंद्रबाबू नायडू, जदयू के मुखिया और बिहार के मुख्य मंत्री नीतीश कुमार, एलजेपी रामविलास के नेता चिराग पासवान, अपना दल की अनुप्रिया पटेल, रालोद के जयंत चौधरी की अमित शाह और जेपी नड्डा के साथ बैठक हुई। बैठक के दौरान बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने सहयोगी दलों से पूछा कि वह कितने मंत्री पद चाह रहे हैं और बीजेपी क्या सोच रही है। बैठक के दौरान एनडीए के सहयोगी दलों ने अपनी-अपनी बातें और मांगे भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के सामने रखी। जिसके बाद बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने गठबंधन के दलों की मांगों को लेकर कई घंटों तक चर्चा की और उसके बाद सहयोगी दलों के नेताओं से भी चर्चा हुई।
शनिवार शाम जब यह तय हो गया कि किस गठबंधन के दल को कितने मंत्री पद दिए जाएंगे उसके बाद उसकी जानकारी गठबंधन की अलग-अलग पार्टी के नेताओ को दी गई और उनकी हामी के बाद से कॉल जाने शुरू हुए।