PC: सीईसी ने माना, गर्मी से पहले होने चाहिए चुनाव

Election Commission: सीईसी राजीव कुमार ने कहा कि यह उन आम चुनावों में से एक है, जिसमें हमने हिंसा नहीं देखी। यह हमारी दो साल की तैयारी का परिणाम है।

Update:2024-06-03 12:55 IST

CEC Rajeev kumar (Pic:Newstrack)

Election Commission: 2024 लोकसभा चुनाव के बाद अब बारी मतगणना की है। वोटों की गिनती कल यानी चार जून को होगी। इससे पहले चुनाव आयोग ने आज यानी सोमवार को दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान निर्वाचन आयोग ने 2024 के लोकसभा चुनाव में भाग लेने वाले सभी मतदाताओं का खड़े होकर अभिनंदन किया। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि हमने 642 मिलियन मतदाताओं का विश्व रिकॉर्ड बनाया है। यह सभी जी-7 देशों के मतदाताओं का 1.5 गुना और यूरोपीय संघ के 27 देशों के मतदाताओं का 2.5 गुना है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने माना कि सोमवार और शुक्रवार को मतदान नहीं कराया जाना चाहिए, क्योंकि इन दिनों के बीच काफी लंबा अंतर हो जाता है।

वहीं जब चुनाव आयोग से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि शुक्रवार और सोमवार की बात बिल्कुल सही है। यह भी हमारे लिए सीखने वाली बात है। चुनाव गर्मी से पहले होने चाहिए। बता दें कि गर्मी में चुनाव होने से चुनाव ड्यूटी में लगे कर्मचारियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। भीषण गर्मी के चलते इस बार कई कर्मचारियों की मौत हो गई थी। गर्मी के कारण चुनाव के दौरान करीब 33 मतदान ड्यूटी में लगे कर्मचारियों और पुलिस वालों की मौत हो गई थी। सोमवार और शुक्रवार को नहीं कराए जाने चाहिए। हमने विधानसभा चुनावों में ऐसा ही किया था, लेकिन यह इतनी बड़ी प्रक्रिया है कि हम इस बार इसे नहीं कर पाए। चुनाव आयुक्त ने इसके लिए देश के अलग-अलग हिस्सों में त्योहारों, परीक्षाएं और सुरक्षा बलों के मूवमेंट को जिम्मेदार ठहराया।

जिसमें हमने हिंसा नहीं देखी

सीईसी राजीव कुमार ने कहा कि चुनाव कर्मियों के सावधानीपूर्वक और सतर्कतापूर्वक किए गए काम की वजह से ही हमने कम पुनर्मतदान सुनिश्चित किए। हमने 2019 में 540 के मुकाबले 2024 के लोकसभा चुनाव में 39 पुनर्मतदान देखे। इसमें भी 39 में से 25 पुनर्मतदान तो केवल दो राज्यों में हुए। उन्होंने कहा कि यह उन आम चुनावों में से एक है, जिसमें हमने हिंसा नहीं देखी। यह हमारी दो साल की तैयारी का परिणाम है।

लापता जेंटलमैन वापस आ गए हैं

निर्वाचन आयुक्तों को सोशल मीडिया पर कुछ मीम में लापता जेंटलमैन नाम दिए जाने के संदर्भ में मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि हम हमेशा यहीं थे, कभी नदारद नहीं रहे। उन्होंने कहा कि अब मीम बनाने वाले कह सकते हैं कि लापता जेंटलमैन वापस आ गए हैं।

प्रेस कॉन्फ्रेंस की अहम बातें

-भारत ने लोकसभा चुनाव में 31.2 करोड़ महिलाओं समेत 64.2 करोड़ मतदाताओं की भागीदारी के साथ वैश्विक रिकॉर्ड बनाया।

-सीईसी राजीव कुमार ने सोशल मीडिया पर चुनाव आयुक्तों को लापता सज्जन कहे जाने वाले मीम्स पर कहा कि हम हमेशा से यहां थे, कभी गायब नहीं हुए।

-दुनिया की सबसे बड़ी चुनावी प्रक्रिया में 68,000 से अधिक निगरानी दल, 1.5 करोड़ पोलिंग एवं सुरक्षाकर्मी शामिल थे।

-2024 के लोकसभा चुनाव कराने में करीब चार लाख वाहन, 135 विशेष ट्रेनें और 1,692 हवाई उड़ानों का इस्तेमाल किया गया।

-2024 के आम चुनावों में केवल 39 पुनर्मतदान हुए, जबकि 2019 में 540 पुनर्मतदान हुए थे।

-जम्मू-कश्मीर में चार दशकों में सबसे अधिक मतदान हुआ, कुल मिलाकर 58.58 प्रतिशत और घाटी में 51.05 प्रतिशत मतदान हुआ।

-2024 के चुनावों के दौरान नकदी, मुफ्त उपहार, ड्रग्स और शराब सहित 10,000 करोड़ रुपये की जब्ती की गई। 2019 में यह आंकड़ा 3,500 करोड़ रुपये था।

-चुनावों के दौरान आदर्श आचार संहिता उल्लंघन की 495 शिकायतों में से 90 प्रतिशत से अधिक का निपटारा किया गया।

-चुनाव प्रक्रिया को सुचारू बनाने के लिए चुनाव आयोग ने शीर्ष नेताओं को नोटिस जारी किए, कई के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई और शीर्ष अधिकारियों का तबादला किया गया।

-आचार संहिता के दौरान सभी विकास कार्य रुक जाते थे, चुनाव आयोग ने 95-98 प्रतिशत परियोजनाओं में आवेदन के 48 घंटे के भीतर अनुमति दी।



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