Lok Sabha Election 2024 : बलूरघाट के बाद रायगंज पहुंचे पीएम मोदी, ममता सरकार पर चलाए तीखे वाण
Lok Sabha Election 2024 : लोकसभा चुनाव के पहले चरण का प्रचार अभियान अपने अंतिम चरण में है, सियासी घमासान चरम पर है।
Lok Sabha Election 2024 : लोकसभा चुनाव के पहले चरण का प्रचार अभियान अपने अंतिम चरण में है, सियासी घमासान चरम पर है। इस बीच पीएम मोदी पश्चिम बंगाल के दौरे पर है, यहां वह बलूरघाट के बाद दिनाजपुर के रायगंज में चुनावी सभा को संबोधित किया। उन्होंने ममता सरकार पर जमकर निशाना साधा है।
पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करत हुए ममता सरकार पर करारा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि टीएमसी को लगता है कि दलित, आदिवासी, गरीब अपनी मर्जी से चलने के लिए आजाद नहीं हैं। लेकिन ये चुनाव इन्हें बताएगा कि बाबा साहेब अंबेडकर के लोकतंत्र में दलित, वंचित, आदिवासी, टीएमसी के गुलाम नहीं हैं। आदिवासी महिलाओं को घुटनों पर बैठाने वाली टीएमसी, जल्द ही घुटनों पर आ जाएगी।
टीएमसी के विरोध के बावजूद विकास किया
उन्होंने कहा कि वामपंथी और टीएमसी की सरकारों ने दलितों, आदिवासियों को विकास से जानबूझकर वंचित किया। टीएमसी के विरोध के बावजूद बीजेपी ने बंगाल के विकास के लिए हरसंभव प्रयास किया है। बलूरघाट स्टेशन को अमृत भारत स्टेशन के रूप विकसित कर रही है, यहां की टीएमसी सरकार की नीयत ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि आपके सपने को पूरा करने के लिए मेरा पल-पल आपके नाम है, देश के नाम है। उन्होंने कहा कि 24 घंटे हम आपके लिए ही काम कर रहे हैं।
जूट किसानों के लिए सरकार ने काम किया
उन्होंने कहा कि किसानों और कारीगरों की उपेक्षा की गई है, इतने दशकों बाद भाजपा सरकार ने जूट किसानों और कलाकारों की चिंता की है। भाजपा ने 18 पारम्परिक व्यवयायों के लिए पीएम विश्वकर्मा योजना शुरू की है, ताकि उनकी प्रतिभा को पहचान मिले और उनकी आय बढ़े। उन्होंने बांस का भी जिक्र किया है, उन्होंने कहा कि हमने ही घास की श्रेणी में डाल दिया है, क्योंकि उनको काटने में कोई समस्या न हो। जूट किसानों को लाभा दिलाने के लिए जूट आई केयर योजना भी शुरू किया है,जिसका बंगाल के किसानों को लाभ मिल रहा है।
ममता सरकार पर करारा प्रहार किया
उन्होंने ममता सरकार पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि बीजेपी के नेताओं की आए दिन यहां हत्याएं हो रही हैं। उन्होंने संदेशखाली के आरोपी को आखिरी तक बचाने का अरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि भर्तियों में घोटाले हो रहे हैं, सरकारी ठेके के नाम पर धांधली हो रही हैं। जब जांच एजेंसिंया यहां आती हैं तो उन पर हमले किए जाते हैं। उन्होंने कहा कि घुसपैठियों को संरक्षण देती हैं और कानूनी मान्यता देने वाले सीएए कानून का विरोध करती हैं। ये अपने अपराध और भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए झूठ का सहारा ले रही है, इनके बहकावे में आने की जरूरत नहीं है।