चुनाव की बातें : कर्नाटक में बरसा सोना!
Lok sabha Election 2024: चुनाव जब्ती प्रबंधन प्रणाली (ईएसएमएस) के अनुसार, आचार संहिता लागू होने के बाद से कर्नाटक में 30 मई तक 5,94,01,07,567 रुपये की नकदी और सामान जब्त किए गए हैं।
Lok sabha Election 2024: कर्नाटक में इस चुनावी मौसम में शराब न नकदी, बल्कि सोने की बारिश हुई है। वोटों की खातिर सोने का खूब इस्तेमाल हुआ। लोकसभा चुनावों के लिए आदर्श आचार संहिता खत्म होने में सिर्फ छह दिन बचे हैं, और जब्ती रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। चुनाव जब्ती प्रबंधन प्रणाली (ईएसएमएस) के अनुसार, आचार संहिता लागू होने के बाद से कर्नाटक में 30 मई तक 5,94,01,07,567 रुपये की नकदी और सामान जब्त किए गए हैं।
2019 के लोकसभा चुनाव में 88 करोड़ रुपये की नकदी और सामग्री जब्त की गई थी और 2023 के विधानसभा चुनाव में यह 388 करोड़ रुपये के बराबर की हुई।
कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय के आंकड़ों के अनुसार, कर्नाटक में मतदान खत्म होने के दो दिन बाद 9 मई तक 5,58,01,45,697 रुपये मूल्य की वस्तुओं और नकदी की जब्ती हुई, जिसमें से कीमती धातुओं की कीमत 11,97,49,560 रुपये थी। इस बार वोट की खातिर सोने के इस्तेमाल में तेजी देखी गई।
सैकड़ों किलो सोना
आंकड़ों के अनुसार, 1,01,10,62,204 रुपये मूल्य का 472.22 किलोग्राम सोना जब्त किया गया। जबकि 2019 के चुनावों में 7.586 किलोग्राम और 2023 के चुनावों में 95.78 करोड़ रुपये मूल्य का 182.56 किलोग्राम सोना पकड़ा गया था।
आचार संहिता लागू होते ही दिखा ट्रेंड
आचार संहिता लागू होते ही राज्य में सोने की जब्ती में बढ़ोतरी का रुझान शुरू हो गया। 16 से 26 मार्च तक 5.47 करोड़ रुपये मूल्य का 9.74 किलोग्राम सोना जब्त किया गया।9 मई तक जब्ती बढ़कर 1,01,10,62,204 रुपये हो गई। जब्ती से पता चलता है कि नेताओं ने मतदाताओं को लुभाने के लिए किस कदर गोल्ड का इस्तेमाल किया है। राज्य के बेंगलुरु, चिकमंगलूर और कोलार जैसे शहरों में सोने की जब्ती सबसे ज्यादा हुई।