UP Loksabha Election: पूर्वांचल में सपा को लगेगा बड़ा झटका,भाजपा में शामिल हो सकते हैं पूर्व मंत्री नारद राय

UP Loksabha Election:पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने रविवार को फेफना के कटारिया में एक जनसभा को संबोधित किया था और इस दौरान उन्होंने नारद राय को कोई तवज्जो नहीं दी थी।

Report :  Anshuman Tiwari
Update:2024-05-27 09:01 IST

Narad Rai and Akhilesh Yadav (Pic:Newstrack)

UP Loksabha Election: लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण के मतदान से पहले समाजवादी पार्टी को बड़ा झटका लग सकता है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और प्रदेश के पूर्व मंत्री नारद राय इन दिनों पार्टी से नाराज चल रहे हैं। पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने रविवार को फेफना के कटारिया में एक जनसभा को संबोधित किया था और इस दौरान उन्होंने नारद राय को कोई तवज्जो नहीं दी थी।

अपने संबोधन के दौरान उन्होंने नारद राय के नाम का उल्लेख तक नहीं किया था। इससे पहले भी नारद राय को पार्टी में अपनी उपेक्षा की शिकायत रही है। जानकारों का कहना है कि पार्टी नेतृत्व से नाराज चल रहे नारद राय आज भाजपा में शामिल होने का बड़ा फैसला कर सकते हैं। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की 29 मई को बलिया में सभा होनी है और जानकारों का कहना है कि इस सभा के दौरान नारद राय मंच साझा कर सकते हैं।

उपेक्षा से नाराज नारद राय ने खोला मोर्चा

समाजवादी पार्टी में अपनी उपेक्षा से नाराज चल रहे नारद राय ने अब मोर्चा खोल दिया है। उनका कहना है कि सपा की जनसभा के दौरान एक साजिश के तहत उनका नाम सूची से हटा दिया गया। उन्होंने रविवार को एक्स पर अपनी पोस्ट में अपने गुस्से का इजहार किया है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों में अपना बूथ जीतने तक की क्षमता नहीं है, वे लोग नए नेता बन गए हैं और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को ज्ञान देने में जुटे हुए हैं।

उन्होंने खुद को राजनारायण का वंशज बताते हुए कहा कि मैंने न तो पहले कभी अपमान सहा है और न आगे सहेंगे। उन्होंने आज शाम को चार खोरी पकड़ के श्रीराम जानकी मंदिर में अपने समर्थकों की बैठक बुलाई है। यह बैठक राजनारायण की जमात संगठन के बैनर तले बुलाई गई है। माना जा रहा है कि इस बैठक के दौरान नारद राय अपने समर्थकों के बीच भाजपा में शामिल होने का फैसला सकते हैं।

बलिया में भाजपा को होगा सियासी फायदा

नारद राय को पूर्वांचल का बड़ा भूमिहार नेता माना जाता रहा है और उनका इस्तीफा समाजवादी पार्टी के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है। बलिया लोकसभा सीट पर इस बार समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी सनातन पांडेय और भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी नीरज शेखर के बीच कड़ा मुकाबला हो रहा है। नारद राय के भाजपा में शामिल होने से नीरज शेखर को बड़ा सियासी फायदा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।

समाजवादी पार्टी के पीडीए के नारे के बीच इन दिनों नारद राय को पार्टी में महत्व नहीं मिल रहा है। इसी कारण वे भीतर ही भीतर काफी नाराज चल रहे हैं। जानकारों का कहना है कि नारद राय 29 मई को अमित शाह की जनसभा के दौरान मंच साझा करते हुए भाजपा में शामिल होने का बड़ा ऐलान कर सकते हैं।

भाजपा नेताओं की ओर से डाले जा रहे डोरे

दिग्गज नेता नारद राय की नाराजगी की चर्चाओं के बीच भाजपा की ओर से उन पर कई दिनों से डोरे डाले जा रहे थे। भाजपा प्रत्याशी और राज्यसभा सदस्य नीरज शेखर भी इस मुहिम में जुटे हुए थे। माना जा रहा है कि भाजपा नेताओं की इस मुहिम को अब जल्द ही कामयाबी मिलने वाली है। बलिया लोकसभा सीट में शामिल दो विधानसभा क्षेत्रों में भूमिहार मतदाताओं की संख्या काफी ज्यादा है और ऐसे में नारद राय का भाजपा में शामिल होने का फैसला समाजवादी पार्टी पर काफी भारी पड़ सकता है।

वैसे इस मुद्दे पर अभी तक समाजवादी पार्टी की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। नारद राय ने भी खुलकर कोई ऐलान नहीं किया है मगर उनके बयानों से साफ हो गया है कि अब उनकी आगे की सियासी राह समाजवादी पार्टी से अलग होगी। बलिया के साथ ही पूर्वांचल की अन्य सीटों पर भी भाजपा को नारद राय के साथ मिलने का फायदा हो सकता है।

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