डर्टी पिक्चर की बोल्ड एक्ट्रेस: हिंदी सिनेमा को दी अलग पहचान, ऐसे हुई मशहूर

फिल्मों में हम अभिनेत्रियों को साड़ी और सलवार सूट में देखा करते थे। तब इस अभिनेत्री ने सारे बंधन तोड़ फिल्मों में अपने बोल्ड अवतार से सिनेमा की एक अलग ही पहचान बनाई।

Update: 2020-09-23 10:42 GMT
Silk Smitha : हिंदी सिनेमा को दी अलग पहचान, बोल्डनेस के लिए मशहूर गयी एक्ट्रेस

अभिनेत्री सिल्क स्मिता दक्षिण भारत का जानामान नाम हैं, जिसे शायद आज भी हर कोई जानता होगा। यह उस दौर की बात हैं जब फिल्मों में हम अभिनेत्रियों को साड़ी और सलवार सूट में देखा करते थे। तब इस अभिनेत्री ने सारे बंधन तोड़ फिल्मों ने अपने बोल्ड अवतार से सिनेमा की एक अलग ही पहचान बनाई।

साढ़े चार सौ से ज्यादा फ़िल्में

लोग उन्हें सिल्क स्मिता के नाम से जाते हैं लेकिन असर जिंदगी में उनका नाम विजयलक्ष्मी था। दक्षिण भारत में एक अभिनेत्री ऐसी रही जिसने अकेले अपने बूते न जाने कितनी फिल्मों की नैया पार लगा दी। 2 दिसंबर 1960 को जन्मी सिल्क ने मात्र 17 साल के अपने फिल्मी करियर में ही साढ़े चार सौ से ज्यादा फिल्मों में काम करके तहलका मचा दिया। लेकिन 23 सितंबर ,1996 में अपने घर में वह पंखे से लटकी हुई पाई गईं। सिल्क की जिंदगी पर वैसे तो तीन फिल्में बन चुकी हैं, लेकिन इनमें जो कहानियां आपको देखने को नहीं मिली, वे हम सुनाएंगे।

गरीबी के चलते छोड़नी पड़ी पढ़ाई

सिल्क का जन्म एक गरीब परिवार में हुआ था एक. मां और पिता काम करके किसी तरह अपना और अपने बच्चों का भरण पोषण करते थे। सरकारी स्कूल में सिल्क का दाखिला करवाया लेकिन, चौथी कक्षा में ही सिल्क को स्कूल छोड़ना पड़ा। सिल्क के माता पिता इतना पैसा नहीं था कि सिल्क को पढ़ा सकें। लौट कर सिल्क को घर का चूल्हा चौका ही संभालना पड़ा। उस समय सिल्क मात्र 10 साल की ही थीं।

कम उम्र में हुई शादी

छोटी उम्र में ही सिल्क दिखने में बड़ी लगने लगी थीं। समय से पहले ही उनके शरीर का आकार इतनी तेजी से हुआ कि खुद उनके माता पिता भी न समझ पाए कि उनकी बेटी इतनी जल्दी बड़ी हो गई। सिल्क की बेफिक्री उनके माता पिता के लिए चिंता का विषय थी। माता पिता को सिल्क एक जवान लड़की लगने लगीं तो उन्होंने उनकी शादी करने की ठानी। कम उम्र में सिल्क का ब्याह एक मजदूर से कर दिया गया। इस तरह माता पिता ने अपने सिर से बोझ हल्का किया।

इस वजह से छोड़ा ससुराल

सिल्क जब शादी करके दूसरे घर पहुंचीं, उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं होता था। पति अव्वल दर्जे का शराबी था। शराब पीकर वह सिल्क को पीटता था और उसकी गलतियों की गालियां उसके परिवार जन सिल्क को ही सुनाते थे। कभी कभी उनके देवर और ननद उन्हें पीट भी देते थे। जिसके कारण सिल्क घर छोड़कर भाग गईं और सीधे चेन्नई पहुंच गईं। वहां पहुंचकर उन्होंने दक्षिण भारतीय फिल्मों की एक अभिनेत्री के यहां नौकरानी का काम करना शुरू किया। वह बचपन से ही फिल्मों में काम करने का सपना देखा करती थी.

ऐसे बनी आइटम क्वीन

सिल्क ने फिल्मों के लिए ऑडिशन देना शुरू किए। वह किसी एक्टिंग स्कूल तो गई नहीं, और न ही उन्होंने कहीं और से अभिनय सीखा। बस ऑडिशन देकर ही चीजों को धीरे-धीरे सीख रही थीं। उन्होंने एक फिल्म के ऑडिशन में ही कुछ इस तरह की कामुक अदाएं दिखाईं कि उन्हें उस फिल्म में एक आइटम नंबर करने के लिए ले लिया गया। कुछ ही समय में सिल्क अपने समय की दक्षिण भारतीय सिनेमा की आइटम क्वीन बन गईं। उनका आकर्षण इतना तेजी से और इतना बढ़ गया था कि एक फिल्म को हिट कराने के लिए उनके लटके झटके ही काफी थे

एक गीत के लेती थीं 50 हजार

धीरे धीरे सिल्क को कई फिल्मों में देखा जाने लगा। वर्ष 1980 में आई तमिल फिल्म 'वंडीचक्रम' ने दर्शकों के बीच सिल्क की एक अलग ही पहचान बना दी। वर्ष 1989 में इस फिल्म का 'प्रेम प्रतिज्ञा' नाम से हिंदी रीमेक भी बनाया गया जिसमें मिथुन चक्रवर्ती और माधुरी दीक्षित मुख्य भूमिकाओं में नजर आए। यहां से सिल्क के करियर ने एक ऊंची उछाल मारी और वह दक्षिण भारतीय सिनेमा में काम करने वाले निर्माता और निर्देशकों की आइटम नंबर के मामले में पहली पसंद बन गईं। उस समय सिल्क निर्माताओं से 50 हजार रुपये तक अपनी फीस के तौर पर लेती थीं।

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फिल्म का बदल दिया रूप

वर्ष 1983 में आई हिंदी फिल्म 'सदमा' से सिल्क ने हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा। उनका इस फिल्म में होना भी एक जरूरत ही माना गया। उस समय सिल्क स्मिता के चर्चे चारों तरफ थे और यह।

शराब की गिरफ्त में आकर दी जान

फिल्मों में मशहूर होने ने बाद उन्होंने फिल्म निर्माद के कामों में हाथ आजमाना शुरू किया. इसी बीच उन्होंने एक डॉक्टर से शादी भी की, जिसकी मदद से सिल्क ने फिल्मों का निर्माण किया। लेकिन दर्शकों को उनकी यह फिल्म कुछ खास पसंद नहीं आई . और यही से अभिनेत्री के करियर की उलटी गिनती शुरू हो गयी. उन्होंने सब से अलग होकर शराब को अपनी दुनिया बना लिया। अंत में 23 सितंबर 1996 को वह अपने घर में पंखे से लटकी हुई पाई गईं। पुलिसिया छानबीन में उनकी मौत को आत्महत्या का नाम देकर केस बंद कर दिया गया।

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सिल्क के जीवन पर बनी फिल्में

2011 में एकता कपूर ने सिल्क के जीवन पर आधारित एक फिल्म 'द डर्टी पिक्चर' का निर्माण किया। इस फिल्म का निर्देशन मिलन लूथरिया ने किया और सिल्क की भूमिका निभाई अभिनेत्री विद्या बालन ने। यह फिल्म सिल्क के भाई वी नागवारा प्रसाद को अच्छी नहीं लगी और उन्होंने इस पर सवाल उठाए।

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