Birthday Special Bindu: मोना डार्लिंग के दीवाने थे हजारों, जब सास बनीं तो मिली बेशुमार नफरत

Bindu Birthday Special: 1971 में आई कटी पतंग के बाद बिंदु इंडस्ट्री का जाना पहचाना नाम बन गई।

Report :  Rakesh Mishra
Published By :  Ragini Sinha
Update: 2022-04-17 10:08 GMT

मोना डार्लिंग के दीवाने थे हजारों (Social media)

Bindu Birthday Special: मम्मी से कहना आज मोना डार्लिंग का बड्डे है। पापा पर नजर रखें। वो क्या है कि पुराना इश्क्क बड्डे वाले दिन ज्यादा शिद्द्दत से याद आता है। लायन बाबू हैरान परेशान न हो! भाई अमिताभ बच्चन की जंजीर नहीं देखी क्या जिसमें बिलेन अजित लड़की से बार-बार मोना डार्लिंग, मोना डार्लिंग करता था। हम न उसी मोना डार्लिंग की बात कर रहे हैं। आज बड्डे हैं बिंदु का..   

1964 में चंपक लाला झवेली से शादी कर ली

17 अप्रैल 1941 को प्रोड्यूसर नानाभाई और थिएटर एक्ट्रेस ज्योत्सना के घर में बच्ची की किलकारी गूंजी। नाम रखा गया बिंदु नानाभाई। परिवार फिल्म बनाता था लेकिन घर में लड़कियां फिल्म नहीं देख सकती थी। नानाभाई की चाहत थी कि बिटिया डॉक्टर बने, लेकिन ये चाहत लिए नानाभाई का निधन हो गया। बिंदु इस समय सिर्फ 13 साल की थी। बिंदु ने मॉडलिंग करना शुरू कर दिया। 1964 में लंबे प्रेम के बाद चंपक लाला झवेली से शादी कर ली। चंपक के परिवार को रिश्ता नापंसद था। इसलिए उन्हें परिवार व कारोबार से बेदखल कर दिया गया।  

इंडस्ट्री को मिलने वाली थी खुबसूरत वैम्प और कुटिल सास  

1969 में आई दो रास्ते  के बाद बिंदु के लिए इंडस्ट्री के रास्ते खुल गये। 1971 में आई कटी पतंग के बाद वो इंडस्ट्री का जाना पहचाना नाम बना गई। बिंदु को स्क्रीन पर नेगेटिव या ग्रे रोल्स में ही देखा गया। विलेन की गर्लफ्रेंड वो इतनी बार बनी की उनको भी याद नहीं होगा। निरूपा राय को मां के लिए जितना प्यार मिला सास के लिए बिंदु को उतनी ही नफरत मिली। इसके साथ ही बहन, चाची, बुआ सब के किरदार उन्होंने स्क्रीन पर उतारे। लेकिन सभी में कुटिलता शामिल रही।  

70 से 80 के दौरान बिंदु की डिमांड इतनी बढ़ गई कि हीरोइन से पहले उनको साइन किया जाता था। ये वो दौरान था जब उनके पोस्टर्स लगभग हर घर में छुपे मिल जाते थे। जंजीर में बिंदु जब मोना डार्लिंग बनी तो यही उनकी पहचान बन गई। स्क्रीन पर जब बिंदु नजर आती तो लोग कहते ये आई है तो गड़बड़ ही करेगी। 

जब डर गए बहन के बच्चे 

बिंदु बताती हैं कि एक बार वो अपनी बहन और उनके बच्चों के साथ फिल्म देखने गईं, तो स्क्रीन पर उनके किरदार को देख कर उनकी बहन के बच्चे डर गए। उन्होंने कहा मासी आप हमारे साथ तो ऐसा नहीं करती फिर फिल्मों में आप ऐसे क्यों करती हैं?

हर फिल्म में होता था कैबरे 

बिंदु ने कटी पतंग में पहली बार कैबरे डांस किया। इसके बाद उनकी हर फिल्म में कैबरे होता था। फिल्मों का ये वो दौर था जब वैम्प को कैबरे करना ही होता था। ऐसा नहीं कि बिंदु ने ये मज़बूरी में किया उन्हें डांस पसंद था और ये जरुरी भी था। आपको बता दें बिंदु भरतनाट्याम और कत्थक की बेहतरीन डांसर रही हैं।

बिंदु की एक्टिंग इतनी नेचुरल रही है कि जब वो स्क्रीन पर नजर आती तो देखने वाला उस किरदार से नफरत करता है। और यही उनकी खूबी रही कि लगा ही नहीं वो किरदार काल्पनिक है। बिंदु इस नफरत को अपने लिए फैंस का प्यार मानती हैं।  

आज इनमें से कोई फिल्म देखिए और मजा लीजिए शानदार एक्टिंग का..

हम आपके हैं कौन, मैं हूं ना, अनपढ़, आया सावन झूम के, इत्तेफाक, शान, लावारिस, और कर्मा।

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