मुंबई: राजा की आएगी बारात से डेब्यू करने वाली रानी मुखर्जी बॉलीवुड अब 38 साल की हो गई है। उनका जन्म 21 जनवरी 1978 में बंगाली परिवार में पैदा हुई थी। उनका फैमिली बैकग्राउंड फिल्मी जगत से जुड़ा है। अपनी एक्टिंग का लोहा मनवा चुकी इस अभिनेत्री ने 19 साल की उम्र से ही फिल्मों में काम करना शुरु कर दिया था। इन्होंने कई हिट फिल्मों के साथ फ्लॉप फिल्मों का भी स्वाद चखा।
ऐसा बीता बचपन
बचपन में रानी काफी गोलू मोलू थी। रानी ने मुंबई के कूपर हाई स्कूल, जुहू से स्कूलिंग की और मुंबई के ही एसएनडीटी वुमन यूनिवर्सिटी से होम साइंस में ग्रेजुएशन किया है। रानी की पहली फिल्म 'राजा की आएगी बरात' जब बॉक्स ऑफिस पर सफलता हासिल नहीं कर सकी तो वे एक्टिंग छोड़कर पढ़ाई पूरी करने कॉलेज जाने लगी थीं। बाद में, कजिन काजोल की सफलता ने उन्हें प्रभावित किया और उन्होंने एक्टिंग के फील्ड में वापसी का निर्णय लिया। हालांकि, रानी की पहली फिल्म अपने पिता राम मुखर्जी की बंगाली फिल्म 'बियेर फूल' थी। उन्होंने फिल्म की लीड एक्ट्रेस इंद्राणी हलदर की छोटी बहन मिली का किरदार निभाया था।
इनके साथ रहे अफेयर के चर्चे
90 के दशक में रानी और गोविंदा की जोड़ी पर्दे के साथ रियल लाइफ जोड़ी भी हिट थी। लेकिन वह भी चल न सकी। गोविंदा पहले से शादीशुदा थे और उनकी पत्नी सुनिता की धमकियों के चलते रानी ने इस रिश्ते से किनारा कर लिया था। उसके बाद अभिषेक बच्चन उनके जीवन में आए। कहा जाता है कि रानी-अभिषेक बच्चन को चाहती थी और अमिताभ भी रानी को पसंद करते थे। लेकिन जया बच्चन की वजह से वह बच्चन परिवार की बहू नहीं बन सकी। इसके बाद रानी मुखर्जी काफी समय से आदित्य चोपड़ा के साथ डेटिंग की सुर्खियों में बनी रही। कई बार उनकी शादी की अफवाहें भी उड़ी।
7 फिल्म फेयर अवार्ड जीते
1998 में ‘गुलाम’ फिल्म ने रानी के सितारों को बुलंदियों तक पहुंचा दिया। बॉलीवुड की खंडाला गर्ल ने फिल्म ‘नो वन किल्ड जेसिका’ के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का खिताब जीता। रानी को 7 फिल्म फेयर अवार्ड मिल चुके है। 1998 में अपने अभिनय से फिल्मफेयर में सर्वश्रेष्ठ सह-अभिनेत्री का पुरस्कार मिला। रानी ने साल 2000 में तमिल और हिंदी भाषा की फिल्म 'हे राम' में काम किया था। इस फिल्म को ऑस्कर के लिए चुना गया। 2002 में यश राज बैनर की फिल्म साथिया रानी मुखर्जी के कॅरियर की हिट फिल्म साबित हुई।रानी के लिए वर्ष 2004 से फिल्मी कैरियर की सबसे सफल शुरुआत हुई। यहां से रानी ने फिल्म 'युवा', 'हम-तुम' 'वीर जारा' ब्लैक, 'बंटी और बबली' 'कभी अलविदा न कहना' जैसी लगातार सफल फिल्में दीं।
साल 2005 में रानी ने 50वें फिल्मफेयर पुरस्कार में सर्वश्रेष्ठ एक्ट्रैस और सर्वश्रेष्ठ सहायक एक्ट्रैस दोनों ही पुरस्कार अपने नाम किए। एक ही साल में यह दोनों पुरस्कार जीतने वाली रानी पहली एक्ट्रैस बनीं। इसी साल ब्लैक फिल्म भी काफी हिट थी। इस फिल्म में रानी ने मुक-बधिर-अंधी लड़की का किरदार निभाया था। साल 2007 से 2010 तक का वक्त एक बार फिर रानी मुखर्जी के करियर के लिए बुरा वक्त साबित हुआ। इस दौरान उनकी तारा रम पम, लागा चुनरी में दाग, थोड़ा प्यार थोड़ा मैजिक, सांवरिया, दिल बोले हड़िप्पा प्रदर्शित हुई लेकिन बॉक्स ऑफिस पर चल नहीं पाई। वर्ष 2015 में रानी ब्रिटिश एशियन ट्रस्ट ने आयोजित एक चैरिटी डिनर में प्रिंस चार्ल्स के साथ शामिल हुई थीं।
अदित्य के संग रचाई शादी
दोनों ने इटली में गुपचुप तरीके से 12 अप्रैल 2014 को शादी की। पिछले साल 9 दिसंबर 2015 को रानी ने बेटी को जन्म दिया। जिसका नाम आदित्य और रानी के नाम को मिलाकर 'आदिरा' रखा गया। फिलहाल रानी घर-परिवार में व्यस्त है। पिछले 2 सालों से उन्होंने फिल्मों से दूरिया बनाई हुई है। फिल्मी पर्दे के अलावा रानी समाज सेवा के कामों में बहुत सक्रिय रहती हैं। उन्होंने बहुत सारी संस्थाओं के लिर चंदा भी इकठ्ठा किया है।