कंगना रनौत का बड़ा बयान: 'स्वतंत्रता आंदोलन पर अगर गलत साबित होती हूं, तो पद्म श्री वापस लौटा दूंगी'

Kangana Ranaut: कंगना रनौत (Kangana Ranaut) ने अपनी 'आजादी' वाली टिप्पणी के लिए नारेबाजी के बाद अपना बचाव किया।

Report :  Priya Singh
Published By :  Ragini Sinha
Update:2021-11-13 14:20 IST

कंगना रनौत का बयान (social media)

Kangana Ranaut: कंगना रनौत (Kangana Ranaut) ने कहा कि अगर कोई उन्हें 1947 में हुई घटना के बारे में बता सकता है तो वह अपना पद्म श्री लौटाने के लिए तैयार हैं। बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत (Kangana Ranaut statement) ने शनिवार को अपने इंस्टाग्राम स्टोरीज (instagram stories) पर एक किताब के कुछ हिस्से को शेयर किया। इस स्टोरी में इतिहास से जुड़े कुछ खास रिकॉर्ड नज़र आ रहे हैं। अभिनेत्री ने स्टोरी शेयर करते हुए लिखा, " इस साक्षात्कार में सब कुछ साफ नजर आ रहा है। 1857 में स्वतंत्रता के लिए पहली सामूहिक लड़ाई। सुभाष चंद्र बोस, रानी लक्ष्मीबाई और वीर सावरकर जी जैसे महान लोगों के बलिदान के साथ संपन्न हुआ था। 1857 के बारे में मुझे पता है। लेकिन 1947 में कौन सा युद्ध हुआ था, मुझे पता नहीं है, अगर कोई मुझे जागरूक कर सकता है, तो मैं अपना पद्म श्री वापस लौटा दूँगी और माफी भी मांगूँगी। कृपया इसमें मेरी मदद करें।"


कंगना ने शेयर की स्टोरी

उन्होंने आगे लिखा, "मैंने एक शहीद रानी लक्ष्मी बाई की फीचर फिल्म में काम किया है। आजादी की पहली लड़ाई 1857 पर बड़े पैमाने पर मैंने शोध किया। राष्ट्रवाद का उदय हुआ तो दक्षिणपंथी का भी, लेकिन अचानक मौत क्यों हुई? और गांधी ने भगत सिंह को क्यों मरने दिया । नेता बोस को क्यों मारा गया और उन्हें गांधी जी का समर्थन कभी क्यों नहीं मिला? एक श्वेत व्यक्ति द्वारा विभाजन की रेखा क्यों खींची गई ? स्वतंत्रता का जश्न मनाने के बजाय भारतीयों ने एक-दूसरे को क्यों मारा ? कुछ जवाब जो मैं मांग रही हूं कृपया मुझे जवाब खोजने में मदद करें।"


भारत की चेतना और विवेक 2014 में आजाद हुआ

एक्ट्रेस कंगना रनौत (Kangana Ranaut movies) ने कहा कि वह इसका परिणाम भुगतने के लिए भी तैयार हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि जहां तक ​​2014 में आजादी की बात है, तो मैंने विशेष रूप से कहा था कि भौतिक आजादी भले ही हमारे पास हो सकती है लेकिन भारत की चेतना और विवेक 2014 में आजाद हुआ। पहली बार अंग्रेजी न बोलने या छोटे शहरों से आने या भारत में बने उत्पादों का उपयोग करने के लिए लोग हमें शर्मिंदा नहीं कर सकते एक ही साक्षात्कार में सब कुछ स्पष्ट है, लेकिन जो चोर हैं उनकी तो जलेगी। उनके जलन को कोई बुझा नहीं सकता। जिनके पास एक दोषी विवेक है, वे जलन महसूस करेंगे, इसके बारे में कुछ नहीं किया जा सकता। इसी के साथ अभिनेत्री ने जय हिंद भी कहा।

नसीम खान ने कंगना रनौत के खिलाफ शिकायत दर्ज की

कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री नसीम खान (Congress leader and former Maharashtra minister Naseem Khan) ने शुक्रवार को मुंबई के साकीनाका पुलिस स्टेशन में अभिनेत्री के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाया है। शिकायत में अभिनेत्री के खिलाफ "स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान" करने के लिए देशद्रोह का आरोप दर्ज करने की मांग की गई है। उन्होंने कहा, 'उनके बयान को हल्के में नहीं लिया जा सकता। उन्होंने उन लाखों भारतीयों का अपमान किया है जिन्होंने ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी। साथ ही नसीम खान ने कहा कि उनका पद्म श्री पुरस्कार वापस लिया जाना चाहिए और अभिनेत्री को उन देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया जाना चाहिए। "

आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi party) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य और मुंबई प्रभारी प्रीति शर्मा-मेनन ने भी गुरुवार को अभिनेत्री के खिलाफ पुलिस में शिकायत की। सुश्री शर्मा-मेनन ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर आग्रह किया कि वह कंगना रनौत के पद्म श्री पुरस्कार को उनके "देशद्रोही" बयान के लिए वापस लेने के लिए केंद्र सरकार को लिखें। बता दें कि कंगना ने कहा था कि भारत को 2014 में आजादी मिली थी, जब नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार सत्ता में आई थी। साथ ही 1947 में देश की आजादी को "भीख" या भिक्षा के रूप में बताया था।

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