Manoj Bajpayee: सिनेमाई इतिहास में पहली बार हो रहा है ऐसा, ये खबर सुन आपके भी उड़ जाएंगे होश
Manoj Bajpayee: एक्टर मनोज वाजपेयी की फिल्म 'एक बंदा काफी है' इन दिनों खूब धमाल मचा रही है। फिल्म को दर्शकों का भरपूर प्यार मिल रहा है। इस बीच फिल्म को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। आइए आपको विस्तार से बताते हैं।
Manoj Bajpayee: एक्टर मनोज वाजपेयी अपनी शानदार एक्टिंग के लिए जाने जाते हैं। अपनी दमदार एक्टिंग से उन्होंने लाखों लोगों का दिल जीता है और एक बार फिर अपनी धमाकेदार एक्टिंग से वह चर्चा में आ गए हैं। जी हां, अभी हाल ही में मनोज वाजपेयी की फिल्म 'सिर्फ एक बंदा काफी है' ओटीटी प्लेटफॉर्म 'जी5' पर रिलीज हुई थी। इस फिल्म की कहानी आसाराम बापू केस पर बनाई गई है। फिल्म को लोग खूब पसंद कर रहे हैं और यही कारण है कि फिल्म अब सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है।
पहली बार ओटीटी से सिनेमाघरों में रिलीज होगी फिल्म
अब तक आपने यही देखा होगा कि फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज होने के बाद ओटीटी पर रिलीज की जाती है, लेकिन ऐसा पहली बार हो रहा है जब किसी फिल्म को ओटीटी पर रिलीज करने के बाद सिनेमाघरों में रिलीज किया जा रहा है। जी हां, इस बात को लेकर फिल्म 'सिर्फ एक बंदा काफी है' के डायरेक्टर अपूर्व सिंह कार्की काफी उत्साहित हैं। अपनी खुशी को जाहिर करते हुए अपूर्व ने बताया, ''इस समय, फिल्म को रिलीज करने की बात चल रही है। यह स्टूडियो और स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म की अंदरुनी बातें हैं। फैसला उनके हाथों में है, लेकिन मैं इस बात को लेकर बहुत एक्साइटेड हूं।''
उन्होंने आगे कहा, ''यह एक्साइटेड होने की बात ही है क्योंकि ऐसा पहली बार हो रहा है। थिएटर में यह फिल्म रिलीज होने की वजह से अब यह ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचेगी। इससे अच्छी बात एक डायरेक्टर के लिए और क्या हो सकती है। जहां-जहां फिल्म नहीं जा पाई है, वो वहां जाएगी। इससे हमारा थिएटर के कंटेंट और ओटीटी के कंटेंट को देखने का नजरिया बदल जाएगा। यह दिखाता है कि थिएटर और ओटीटी दोनों ही माध्यम बहुत जरूरी हैं।''
क्या है फिल्म की कहानी?
इस फिल्म की कहानी की बात करें, तो इस फिल्म में मनोज वाजपेयी के साथ अद्रिजा सिंहा और सूर्य मोहन कुलक्षेत्रा मुख्य किरदारों में हैं। फिल्म में मनोज ने वकील पीसी सोलंकी का किरदार निभाया है, जो नू सिंह के रेप का केस लड़ते हैं। नू एक नाबालिग हैं, जिनका एक बाबा ने रेप किया है। फिल्म की कहानी केस के इर्द-गिर्द ही घूमती है।