Netflix India: नेटफ्लिक्स पर भुगतान करने से आपको हो रहा मुनाफा? जाने कंटेंट और सब्सक्रिप्शन मनी कैसे लूट रही है आपको
जब आप किसी अन्य ओटीटी प्लेटफॉर्म से समान स्तर की सामग्री प्राप्त कर सकते हैं, तो नेटफ्लिक्स को इतनी ऊंची सदस्यता कीमतों का भुगतान क्यों करना?
Netflix India: नेटफ्लिक्स इंडिया ने हाल ही में अपनी सब्सक्रिप्शन कीमतों में कटौती की है। उनका पिछला स्बसक्रिप्शन चार्ज 199 रुपये मासिक था। लेकिन यह सिर्फ एक स्क्रीन के लिए था। अमूमन इसके सदस्य अपने दोस्तों के साथ एक और स्क्रीन शेयर करते हैं। लेकिन इस 199 रुपये मासिक वाले चार्ज ने इसपर रोक लगा दी थी। इसबार किए गए बदलाव से अब एक ही समय में दो उपकरणों की स्क्रीनिंग के लिए उपभोक्ताओं को 199 रुपये मासिक भुगतान करना होगा। नेटफ्लिक्स के रेगुलर उपभोक्ता इस कीमत में गिरावट से खुश हैं। लेकिन क्या ये चार्ज भी सही है? आइए जानते हैं।
असल में नेटफ्लिक्स की कीमत में ये बदलाव तो होना ही था। नेटफ्लिक्स के सह-संस्थापक, अध्यक्ष और सह-सीईओ रीड हेस्टिंग्स ( Reed Hastings) ने पिछले महीने एक निवेशक कॉल में कहा था कि वे भारतीय बाजार में सफलता की कमी का सामना कर रहे हैं और यह उनके लिए निराशाजनक है। जिसके बाद इसके ग्राहकों की संख्या भी सामने आई थी। कहा जा रहा था कि नेटफ्लिक्स इंडिया के लगभग 4.3-4.5 मिलियन ग्राहक हैं। सुनने में ये आंकड़ा आपको भले ही बहुत ज्यादा लग रहा होगा। लेकिन असल में यह केवल एक मामूली प्रतिशत है। इसकी तुलना जब डिज़नी + (Disney Plus), हॉटस्टार (Hotstar) जैसे प्रतिद्वंद्वियों से की जाए तो यह एक छोटी संख्या लगती है।
कंटेंट में कुछ भी अनोखा नहीं रह गया है
जानकारी के लिए बता दें कि डिज़नी + के करीब 36 मिलियन ग्राहक हैं और अमेज़न प्राइम वीडियो के 17 मिलियन से अधिक ग्राहक हैं। नेटफ्लिक्स के विकास में क्या बाधा आ रही है? इस बिंदू को समझने के लिए हमें इस मार्केट को समझना पड़ेगा। भारत में इसकी औसत से कम सफलता के कारणों में बड़ी वजह इसकी सामग्री है। नेटफ्लिक्स इंडिया जो कंटेंट प्रदान कर रहा है उसमें कुछ भी अनोखा नहीं रह गया है। भारत में नेटफ्लिक्स लॉन्च होने पर उपयोगकर्ता उम्मीद कर रहे थें कि यह उन्हें कुछ अलग दिखाएगा।
अन्य ओटीटी प्लेटफॉर्म ने दी कड़ी टक्कर
जब नेटफ्लिक्स 2016-17 के आसपास भारत में लॉन्च हुआ, तो दर्शक नियमित सास-बहू और रियलिटी शो स्पेस से कंटेंट स्पेस में एक विकल्प पाने के लिए बहुत उत्साहित थें। इसलिए 'सेक्रेड गेम्स' (Sacred Games) जैसे शो को इतनी बड़ी सफलता मिली। लेकिन जल्द ही प्राइम (Prime), डिज़्नी+ (Disney Plus), हॉटस्टार (Hotstar), ज़ी5 (Zee 5) और सोनी लिव (Sony Live) ऐसे शो लेकर आने लगे जो समान रूप से अच्छे थे। इन ओटीटी प्लेटफॉर्म पर 'मिर्जापुर' (Mirzapur), 'स्कैम 1992'(Scam 1992) और कई अन्य शो बड़े पैमाने पर लोकप्रिय हुए। ये प्लेटफॉर्म पूरे साल के लिए लगभग 350-450 रुपये में सब्सक्रिप्शन दे रहे थे।
दर्शकों की उम्मीदें बढ़ने लगी थीं
अमेजन प्राइम (Amazon Prime) एक वर्ष के लिए 999 रुपये पर न केवल सामग्री प्रदान करने में कामयाब रहा, बल्कि ग्राहकों को अपने ई - कामर्स व्यवसाय के लिए उत्पाद वितरण की लागत को भी उतनी ही राशि में माफ कर दिया। इसलिए कीमत कम होने के कारण ऑडियंस ने स्वचालित रूप से इन प्लेटफॉर्म पर शिफ्ट होना शुरू कर दिया। नेटफ्लिक्स से दर्शकों की उम्मीदें बढ़ने लगी थीं। वे 'गेम ऑफ थ्रोन्स' (Game Of Thrones) या किसी अन्य व्यापक रूप से लोकप्रिय अंतरराष्ट्रीय शो के स्तर के कुछ देखने की उम्मीद कर रहे थे। लेकिन दुख की बात है कि नेटफ्लिक्स इंडिया ये चीजें पेशकश नहीं कर पाया। उनके शो और भारत के अन्य ओटीटी चैनलों के शो में दर्शकों को कुछ भी अलग देखने को नहीं मिला।