मुंबई: फिल्मी पर्दे पर वह चाहे जितनी चुलबुली दिखती हो, कितनी ही उन्होंने शरारतें की हों, पर सच्चाई तो यह है कि नूतन को सादगी और अपनी रियल एक्टिंग के लिए जाना जाता है। बताया जाता है कि नूतन अपनी सादगी के दम पर ही अपने कैरेक्टर में जान डाल देती थीं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत चाइल्ड आर्टिस्ट के रूप में सिर्फ 14 साल की उम्र में कर दी थी। उन्होंने अपने करियर में ‘करमा’, ‘इंसानियत’, ‘चंदन’, ‘सुजाता’, ‘नसीबवाला’, ‘मेरी जंग’, ‘नाम’ जैसी फिल्मों में काम किया है। नूतन के बर्थडे पर आइए जानते हैं कुछ और खास बातें...
तनूजा की नापसंद थी नूतन की पसंद
बताया जाता है कि नूतन अपनी बहन तनूजा के बहुत ज्यादा करीब नहीं थी। वह अपनी बहन से एकदम अपोजिट थी। दोनों की पसंद अलग थी। नूतन को ज्यादातर वहीं चीजें पसंद आती थी, जिन्हें तनूजा नापसंद करती थी।
कुत्तों को था कुत्तों से बड़ा प्यार
पुरानी खबरों के अनुसार कि उनको कुत्तों से बहुत प्यार था। इसी वजह से उनके घर में 16 कुत्ते थे। बाद में इनकी संख्या बढ़ने पर उन्होंने कुत्तों के लिए मुंबई के ठाणे इलाके में एक अलग से फॉर्महाउस तैयार कराया था। नूतन को हमेशा सिंप्लीसिटी के लिए जाना जाता है पर फिल्म ‘सजना बिना सुहागन’ में उन्होंने पहली बार नेगेटिव कैरेक्टर प्ले किया था।
चंदन से बदन वाले गाने से मशहूर इस खूबसूरत एक्ट्रेस नूतन को साल 1974 में फिल्मों में बेहतरीन अदाकारी के लिए भारत सरकार की ओर से पद्मश्री अवॉर्ड से नवाजा गया।