Who is Shantanu Naidu: शांतनु नायडू कौन हैं? कैसे हुई थी Ratan Tata से इनकी दोस्ती

Who is Shantanu Naidu Ratan Tata: रतन टाटा के अंतिम यात्रा के दौरान उनके पीछे बुलट पर बैठकर जाते नजर आए शांतनु नायडू जिनके बारे में हर कोई जानना चाहता है

Report :  Shikha Tiwari
Update:2024-10-10 12:49 IST

Who is Shantanu Naidu Ratan Tata

Who is Shantanu Naidu Ratan Tata: भारत के सबसे प्रसिद्ध उद्योगपति रतन टाटा जी ने कल देर रात दुनिया को अलविदा कह दिया। जिसके बाद आज उनका अंतिम संस्कार किया है। रतन टाटा जी के अंतिम संस्कार के समय उनकी गाड़ी के पीछे एक कम उम्र का लड़का बुलटपर नम आँखें किए हुए जाते हुए नजर आ रहा था। जिसका नाम शांतनु नायडू है, जिसके बारे में हर कोई जानना चाहता है कि आखिर कौन हैं शांतुन नायडू और क्या है उनका रतन टाटा के साथ रिश्ता 

शांतनु नायडू कौन हैं (Who is Shantanu Naidu In Hindi)-

शांतनु नायडू को रतन टाटा का सबसे करीबी दोस्तों में से एक हैं। रतन टाटा के जन्मदिन से लेकर उनके हर एक महत्वपूर्ण अवसर पर रतन टाटा को साथ में देखा गया है। Shantanu Naidu को Ratan Tata के सबसे करीबी दोस्त और सहायक के रूप में भी माना जाता है। शांतनु नायडू का जन्म 1993.में पुणे के एक तेलुगु परिवार में हुआ है। Shantanu Naidu ना केवल एक बिजनेसमैन ही अपितु वो एक अच्छे लेखक भी है।इसके अलावा Shantanu Naidu को समाज के प्रति उनकी संवेदनशीलता भी उन्हें अलग बनाती है। 


Shantanu Naidu की बात करें तो उन्हें भी रतन टाटा की ही तरह समाज सेवा करना पसंद है। इसके अलावा शांतनु नायडू को पशुओं से काफी प्रेम है। उनके अंदर ही वो खूबियां हैं जो रतन टाटा को बेहद पसंद थी। Shantanu Naidu ने जानवरों की सेवा और खासतौर पर कुत्तों की सेवा के लिए मोटोपॉज नाम की एक संस्था भी बनाई है। यह संस्था सड़को पर घूमने वाले कुत्तों की मदद करती है। 

कैसे हुई रतन टाटा और शांतनु नायडू की दोस्ती (Ratan Tata And Shantanu Naidu Friendship)-

शांतनु नायडू और रतन टाटा दोनों ही जानवरों को काफी ज्यादा प्रेम करते हैं। इन दोनों की दोस्ती की एक बड़ी वजह कहीं ना कहीं इन दोनों का पशुओं से प्रेम रहा है। रतन टाटा को शांतनु की संस्था मोटोपॉज का वह अभियान भी बेहद पसंद आया था जिसके तहत वह सड़क पर घूमने वाले जानवरों के लिए विशेष तौर पर डेनिम कॉलर बना और उन्हें पहना रहे थे। इन कॉलर में रिफ्लेक्टर लगा होता था। जिससे की रोत के समय गाड़ी की लाइट उनपर पड़ते ही वाहन चालक को पता चल जाता था कि सामने कोई जानवर है। इस कॉलर की वजह से कई जानवर सड़क हादसे का शिकार होने से भी बच गए। 

रतन टाटा ने शांतनु को मुंबई बुलाया और अंतिम सांस तक दोनों की दोस्ती बनी रही और Shantanu Naidu रतन टाटा के ऑफिस में जनरल मैनेजर के पद पर कार्य करते हैं। 

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