Google Play Store से ये एप्स किये हैं डाउनलोड तो फौरन कर दे डिलीट, नहीं तो ...

गूगल प्ले स्टोर पर मलीशस (वायरस वाले) ऐप्स कम होने का नाम नहीं ले रहे। आए दिन ऐसे मैलवेयर के बारे में खबरें सुनने को मिलती है जो ऐप्स के जरिए यूजर्स के डेटा की चोरी करने के साथ ही उनके डिवाइस को नुकसान पहुंचाते हैं।

Update:2023-07-09 18:47 IST

लखनऊ: गूगल प्ले स्टोर पर मलीशस (वायरस वाले) ऐप्स कम होने का नाम नहीं ले रहे। आए दिन ऐसे मैलवेयर के बारे में खबरें सुनने को मिलती है जो ऐप्स के जरिए यूजर्स के डेटा की चोरी करने के साथ ही उनके डिवाइस को नुकसान पहुंचाते हैं।

पिछले महीने रिसर्चर्स ने प्ले स्टोर पर मौजूद 172 ऐप्स की पहचान की है जो खतरनाक मैलवेयर से इंफेक्टेड हैं। इसमें सबसे चिंता की बात यह है कि इन ऐप्स को 33.5 करोड़ से ज्यादा बार डाउनलोड और इंस्टॉल किया गया है।

थ्रेटपोस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ईएसईटी शोधकर्ता लुकस स्टेफेंको ने कहा कि इन 172 एप्स में से ज्यादातर एप्स के कारण एडवेयर आ रहे हैं।

ये भी पढ़ें...आपके स्मार्टफोन के लिए खतरा हैं ये ऐप्स, तुरंत कर दें डिलीट

ये भी पढ़ें...हुआवे पर क्यों लगा है बैन, जानिए गूगल को क्यों हटना पड़ा पीछे

बड़ी मुसीबत में फंस सकता है यूजर्स

थ्रेटपोस्ट ने स्टेफेंको के हवाले से कहा, "एडवेयर (अनिच्छुक विज्ञापन) एक प्रसिद्ध श्रेणी है क्योंकि इंस्टालेशन के बाद इसमें बाद में बैंकिंग ट्रोजन किसी इनपुट के लिए नहीं कहा जाता है और इससे डेवलपर्स के लिए शुरुआत से आसानी से धन कमाया जा सकता है।"

स्टेफेंको ने कहा, "इसके अलावा एडवेयर बनाना एंड्रोएड रेनसमवेयर या बैंकिंग ट्रोजंस बनाने से आसान है।" इन एप्स का इस्तेमाल करने पर यूजर्स को किस तरह की परेशानी हो सकती है।

इस बारे में बताया गया है कि वायरस कैटेगरी में वे एप्स हैं जो एडवेयर, सब्सक्रिप्शन स्कैम्स, छिपे हुए विज्ञापन, एसएमएस प्रीमियम सब्सक्रिप्शन और अन्य से प्रभावित किए गए हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक, वायरस युक्त पाए गए ज्यादातर एप्स खत्म कर दिए गए हैं। गौरतलब है कि इससे पहले बीते सितंबर में ही गूगल ने अपने प्ले-स्टोर से 25 एंड्रॉयड एप को डिलीट किया है।

गूगल ने जिन 25 एप्स को स्टोर से हटाया है इन सभी एप्स में एडवेयर था। बता दें कि एडवेयर यूजर्स के फोन में फालतू के विज्ञापन दिखाता है और निजी जानकारी भी चुराता है।

गूगल प्ले-स्टोर से इन एप्स को हटाने की जानकारी सिमेंटेक ने दी है। रिपोर्ट के मुताबिक ये एप्स यूजर्स को फर्जी और गैर-कानूनी विज्ञापन दिखाकर पैसे कमाते थे।

इन एप्स को 2.1 मिलियन यानी करीब 21 लाख बार डाउनलोड किया गया है, हालांकि इन एप्स को अब प्ले-स्टोर से डिलीट कर दिया गया है।

ये भी पढ़ें...TikTok प्ले स्टोर से हटा तो डाउनलोड के जुगाड़ तलाश रहे हैं लोग

Tags:    

Similar News