...कोशिशें जारी, जल्द छंट जाएगी नवाबी नगरी से ये धुंध
दीयों और रोशनी का त्योहार दिवाली, बीत गई। दिवाली की रात 'नवाबों की नगरी' अपनी अलग ही छटा बिखेर रही थी। चारों तरफ जगमगाते दीये और रोशनी ने शहर को अपनी आगोश में ले लिया था। लेकिन, आतिशबाजी और पटाखों के धुएं ने धीरे-धीरे लोगों के सामने सांस लेने तक की दिक्कतें पैदा कर दी।
हालांकि, सरकार ने कोर्ट ने सबने नसीहत और हिदायत दी थी, लेकिन जब त्योहार का उमंग हो तो कौन किसकी सुनता है। लखनऊ वासियों ने भी नहीं सुनी।
नतीजा, शहर के वायु प्रदूषण का स्तर इतना बढ़ गया कि अब तमाम इंतजाम किए जा रहे हैं। शनिवार (06 नवंबर 2021) को नगर निगम की तरफ से राजधानी के कई इलाकों में पानी का छिड़काव किया गया।
निगम सहित सरकारी अमला तमाम कोशिशों में जुटा है कि किसी तरह वायु गुणवत्ता को पहले की तरह सामान्य किया जाए। हवा में धुआं इस तरह घुला है कि आकाश में बादल घिरे रहने का एहसास देता है।
आज सुबह से ही निगम की गाड़ियां पानी का छिड़काव करने को दौड़ती-भागती दिखीं। शहर के तमाम मुख्य मार्गों पर लगातार पानी का छिड़काव होता रहा। वायु प्रदूषण को सामान्य करने के प्रयास जारी हैं। अब एक बार फिर बारी आम आदमी की है। अपने पर्यावरण को स्वच्छ और वातावरण को साफ रखने की। लखनऊ नगर निगम इसमें अपना पूरा सहयोग दे रहा है। अभी हालत ऐसे है कि आमजन को जहां-तहां कचरा फेंकने और कचरे में आग लगाने से बचना चाहिए। इस स्मॉग की वजह से सबसे ज्यादा परेशानी उन बुजुर्गों को हो रही है जिन्हें सांस लेने में तकलीफ पहले से रही है। बच्चों को भी ऐसे माहौल में स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याएं पेश आ सकती हैं। उत्तर प्रदेश की राजधानी फिलहाल 'स्मॉग' की चपेट में है।
अपनी तस्वीरों के जरिए newstrack.com के फोटो जर्नलिस्ट आशुतोष त्रिपाठी ने शहर के धुंध को दिखाने की कोशिश की है।