अभी-अभी क्रैश हुआ वायुसेना का MiG-21, विमान बना आग का गोला

विमान में गड़बड़ी सामने आते ही पायलट सुरक्षित विमान से बाहर निकलने में सपल रहे। वायुसेना का मिग 21 फाइटर प्लेन नियमित उड़ान पर था। हादसे के बाद जहां पर विमान का मलबा गिरा है उस इलाके की एयरफोर्स  की तरफ से जांच की जा रही है।

Update: 2021-01-05 17:00 GMT
सूरतगढ में वायुसेना का मिग 21 बाइसन (MiG-21) विमान क्रैश हो गया है। लेकिन राहत की बात यह रही है कि हादसे में पायलट सुरक्षित हैं।

जयपुर: राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के सूरतगढ में वायुसेना का मिग 21 बाइसन (MiG-21) विमान क्रैश हो गया है। लेकिन राहत की बात यह रही है कि हादसे में पायलट सुरक्षित हैं। बताया जा रहा है कि विमान तकनीकी की वजह से क्रैश हो गया। इस दुर्घटना के बाद कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दे दिए गए हैं।

विमान में गड़बड़ी सामने आते ही पायलट सुरक्षित विमान से बाहर निकलने में सपल रहे। वायुसेना का मिग 21 फाइटर प्लेन नियमित उड़ान पर था। हादसे के बाद जहां पर विमान का मलबा गिरा है उस इलाके की एयरफोर्स की तरफ से जांच की जा रही है।

उड़ने भरने के थोड़ी देर बाद ही क्रैश हो गया विमान

मिली जानकारी के मुताबित, विमान ने पाकिस्तानी सीमा के निकट सूरतगढ़ एयरफोर्स बेस से ही उड़ान भरी थी जिसके थोड़ी देर बाद ही यह हादसा हो गया। विमान के उड़ान भरने के कुछ देर बाद ही इंजन में आग लग गई। पायलट ने किसी तरह इजैक्ट कर अपनी जान बचा ली। विमान एयरबेस के परिसर में ही क्रैश हुआ। यह घटना मंगलवार शाम करीब 4.45 बजे की है।

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बता दें कि भारतीय वायुसेना का मिग 21 विमान के आए दिन क्रैश होने की खबर आती है। रूस और चीन के बाद भारत मिग-21 विमान का तीसरा सबसे बड़ा ऑपरेटर है। इसे भारत ने 1964 में सुपरसॉनिक फाइटर जेट के रूप में भारतीय वायु सेना में शामिल किया था।

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कई मौकों पर निभाई अहम भूमिका

उसके बाद इस विमान ने 1971 के भारत-पाक युद्ध, 1999 के कारगिल युद्ध समेत कई मौकों पर अहम भूमिका निभाई है। भारत ने रूस से 872 मिग खरीदे थे जिनमें से अधिकतर विमान क्रैश हो चुके हैं। कई बार यह आरोप लगते आए हैं कि मिग 21 में ऐसे कई पुर्जे हैं जो खराब है। यह पुर्जे रूस से आए विमानों में पहले से ही थे जिन्हें लेकर कई बार सवाल भी खड़े हुए हैं।

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रूस ने 1985 से मिग 21 का प्रोडक्शन बंद कर चुका है। 2018 तक वायु सेना के पास करीब 120 मिग 21 थे जिनमें से अधिकतर क्रैश हो गए हैं। सरकार ने 2021-22 तक सेवा से बाहर कर दिया गया है। मिग 21 विमान को उड़ता हुआ ताबूत कहा जाता है। इन विमानों में सैकड़ों सैनिक शहीद हो चुके हैं।

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