अमर सिंह का निधनः राजनीति को तगड़ा झटका, देश में शोक
अमर सिंह बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। उन्होंने हिन्दी फ़िल्म हमारा दिल आपके पास है में एक छोटा सा रोल किया था। इसके अलावा शैलेन्द्र पाण्डे द्वारा निर्देशित फ़िल्म जेडी में भी इन्होंने एक राजनीतिज्ञ का रोल अदा किया है।
राज्यसभा सांसद अमर सिंह का आज अपराह्न निधन हो गया। वह काफी समय से बीमार चल रहे थे। उनका देहांत सिंगापुर में हुआ। पिछले कई सालों से वह बीमार चल रहे थे। अपने किडनी ट्रांसप्लांट के बाद से उनका स्वास्थ्य लगातार गिरता गया। एक जमाने में वह दिल्ली के पावरफुल नेताओं में थे। वह काफी समय तक वह मुलायम सिंह के करीबी रहे। पिछले दिनों उनके निधन की झूठी खबर चल जाने पर उन्होंने जिंदादिल इंसान की तरह कहा था टाइगर जिंदा है। लगभग सभी दलों में अमर सिंह के मित्र थे।
एक परिचय
अमर सिंह का जन्म 27 जनवरी 1956 को आजमगढ़ के एक राजपूत परिवार में हुआ था। वह महानायक अमिताभ बच्चन के भी काफी करीबी रहे। अमर सिंह इस समय 64 साल के थे। उनके परिवार में पत्नी व दो बेटियां हैं। वह समाजवादी पार्टी के बड़े नेताओं में रहे।
वरिष्ठ नेता अपने हिन्दी ज्ञान और राजनैतिक सम्बंधों के लिए जाने जाते हैं। वह समाजवादी पार्टी के महासचिव भी रहे। 6 जनवरी 2010 को, इन्होंने समाजवादी पार्टी के सभी पदों से त्यागपत्र दे दिया था। इसके बाद पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने उन्हें 2 फ़रवरी 2010 को पार्टी से निष्कासित कर दिया। वर्ष 2011 में इनका कुछ समय न्यायिक हिरासत में भी बीता।
अमर सिंह ने बाद में सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने का भी एलान किया और कहा-मैं अपनी पत्नी और अपने परिवार को अधिक समय देना चाहता हूँ। लेकिन वर्ष 2016 में इनकी समाजवादी पार्टी में पुनः वापसी हुई और राज्य सभा के लिए चुने गये।
हालांकि ये पारी इनकी अधिक नहीं चली। फ़िलहाल ये समाजवादी से अलग होकर नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के समर्थन में लगातार बयान दे रहे थे। अमर सिंह अखिलेश यादव से काफी क्षुब्ध थे और अखिलेश यादव को नमाज़वादी भी कहा था।
अमर सिंह बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। उन्होंने हिन्दी फ़िल्म हमारा दिल आपके पास है में एक छोटा सा रोल किया था। इसके अलावा शैलेन्द्र पाण्डे द्वारा निर्देशित फ़िल्म जेडी में भी इन्होंने एक राजनीतिज्ञ का रोल अदा किया है।