असगर नकी
अमेठी: कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद राहुल गांधी 15 और 16 जनवरी को अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी में थे। लेकिन उनका वहां जिस तरह से मुस्लिम महिलाओं ने विरोध किया, वो खतरे की घंटी बजा गया। हो सकता है, कि गांधी-नेहरू परिवार की परंपरागत सीट अमेठी से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए राहुल गांधी अब कई बार सोचें।
नए-नए कांग्रेस अध्यक्ष बने राहुल को उम्मीद नहीं थी, कि उन्हें अमेठी में इस तरह विरोध का सामना करना पड़ेगा । खासकर, मुस्लिम महिलाओं की ओर से। अब तक कांग्रेस को परंपरागत रूप से वोट देती आई मुस्लिम महिलाएं तीन तलाक के सवाल पर पार्टी के दोहरे मापदंड से नाराज थीं। उनका मानना था कि कांग्रेस के विरोध के कारण ही तीन तलाक बिल राज्यसभा में लटक गया, जिससे उन्हें न्याय मिलने में और देर हुई।
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बुर्का पहन किया राहुल के खिलाफ प्रदर्शन
मुस्लिम महिलाओं ने बुर्का पहनकर राहुल के खिलाफ प्रदर्शन किया। उनके हाथ में व्यंग्य में लिखी तख्तियां थी जिस पर लिखा था '..तीन तलाक का विरोध करने वाले राहुल गांधी अमेठी में आपका स्वागत है...।'
तख्तियां पर थे दिलचस्प नारे
यहीं नहीं मुस्लिम महिलाओं ने पिछले 8 दिसंबर को भी कांग्रेस और राहुल के खिलाफ प्रदर्शन किया था। मुस्लिम महिलाओं ने 'वोट फॉर मोदी' के नारे भी लगाए थे। तीन तलाक बिल में संशोधन के नाम पर इसका विरोध कर कांग्रेस फंस गई है। देश की मुस्लिम महिलाएं इस बिल के राज्यसभा में रुकने का जिम्मेवार कांग्रेस को मानती हैं. जो कुछ हद तक सही भी है। महिलाओं के हाथ में कई तख्तियां थीं जिस पर दिलचस्प नारे लिखे थे। एक पर लिखा था 'विकास की अनदेखी करने वाले राहुल, अमेठी में आपका स्वागत है।'
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दो दिनी दौरे में खूब हुआ राहुल का विरोध
उल्लेखनीय है, कि राहुल को अपने दो दिन के दौरे में कई जगह विरोध का सामना करना पड़ा। विरोध के कारण ही कांग्रेस और बीजेपी के कार्यकर्ताओं में कई जगह झड़प भी हुई। हालांकि, इस विरोध में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की राजनैतिक प्रतिद्वंदिता की छाप देखने को मिली। विरोध-प्रदर्शन में उनके अपने सहयोगियों के चेहरे क़रीब से देखे गए। लेकिन अमेठी की सड़कों पर मुस्लिम महिलाओं द्वारा बुर्का ओढ़कर किया गया प्रदर्शन अपने आप में बड़ा सवाल है। इससे पहले 8 दिसम्बर को भी मुस्लिम महिलाएं मोदी-ईरानी से विकास की उम्मीद लगाए राहुल के खिलाफ आक्रोशित हो चुकी थीं ।
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मोदी को दिया था धन्यवाद
मुस्लिम महिलाओं ने अपने हाथों में तख्तियां भी ली थी, जिस पर लिखा था 'हम सभी महिलाएं वर्षों से चली आ रही 'तीन तलाक' कुप्रथा को मोदी सरकार द्वारा समाप्त करने के निर्णय से प्रसन्न हैं। अब केंद्र में ऐसी सरकार है जो हम महिलाओं की दयनीय स्थित सुधारने पर ध्यान दे रही। इससे हमारा स्वाभिमान बढ़ा है, हम महिलाओं के उत्पीड़न को ख़त्म करने वाले, हमारे अधिकारों का समर्थन करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद ज्ञापित करते हैं।'
अल्पसंख्यक वोटर ठगे और छले गए
राजनीतिक प्रेक्षकों का कहना है, कि अमेठी के अल्पसंख्यक वोटर 'ठगे और छले गए हैं। आज तक अल्पसंख्यकों के लिए ना तो यहां कोई यूनिवर्सिटी बनी और न ही कॉलेज। जिसका नतीजा विधानसभा चुनाव में भी देखने को मिला। बीजेपी प्रत्याशी राम लखन पासी ने जगदीशपुर सीट जीती, गौरीगंज सीट पर कांग्रेस कई हजार वोटों से हारी।'
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