क्या बीजेपी आडवाणी-जोशी का टिकट काट देगी, सूत्र तो कुछ ऐसा ही इशारा दे रहे!

पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि यह बैठक बीजेपी मुख्यालय में होगी। इस बैठक में यह भी तय हो सकता है कि बीजेपी के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, शांता कुमार और मेजर जनरल बीसी खंडूरी को लोकसभा चुनाव में टिकट दिया जाएगा या नहीं।

Update: 2019-03-08 06:06 GMT
क्या बीजेपी आडवाणी-जोशी का टिकट काट देगी, सूत्र तो कुछ ऐसा ही इशारा दे रहे!

नई दिल्ली : जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव की घड़ियाँ नजदीक आती जा रही हैं, भारतीय जनता पार्टी अपने कील-कांटे दुरुस्त करती जा रही है। अपनी तैयारियों का जायजा लेने के लिए शुक्रवार को बीजेपी की संसदीय बोर्ड की बैठक करने जा रही है। इसमें पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिस्सा लेंगे।

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पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि यह बैठक बीजेपी मुख्यालय में होगी। इस बैठक में यह भी तय हो सकता है कि बीजेपी के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, शांता कुमार और मेजर जनरल बीसी खंडूरी को लोकसभा चुनाव में टिकट दिया जाएगा या नहीं।

सूत्रों की मानें तो पार्टी यह फैसला ले सकती है कि इन वरिष्ठ नेताओं को चुनाव लड़वाने की जगह आरएसएस के साथ सलाह मशविरा करने में लगाया जाएगा, ताकि इनको लुटियन जोन में आवास मिला रहे। इस बैठक में राज्यसभा के मौजूदा सांसदों और विधायकों को टिकट देने या न देने पर भी फैसला लिया जा सकता है।

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बीजेपी के एक नेता ने बताया कि इस बैठक में पार्टी का शीर्ष नेतृत्व, विभिन्न मुद्दों पर मंथन करेगा, ताकि आने वाले दिनों में पार्टी के एजेंडे को लेकर चुनाव प्रचार अभियान को तेज किया जा सके और साथ ही विपक्षी दलों से निपटने की रणनीति दुरुस्त की जा सके। आपको बता दें कि चुनाव आयोग अगले कुछ दिन में लोकसभा चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा कर सकता है।

बीजेपी ने अपने सभी मौजूदा सांसदों से उनका रिपोर्ट कार्ड मांगा है। जिसके लिए पार्टी की ओर से बाकायदा फॉर्म जारी किया गया है। जिसमें उनको अपने 5 साल के कार्यकाल का पूरा लेखा-जोखा देना होगा। सांसदों को अपने संसदीय क्षेत्र में राज्य सरकार की ओर से संचालित की गई सबसे सफल 5 योजनाओं का ब्यौरा भी देना होगा। इसके अलावा इन सांसदों को अपने क्षेत्र के शहीदों की जानकारी भी देनी होगी। इस फॉर्म में सांसदों से यह भी बताने को कहा गया है कि उनके क्षेत्र में सबसे ज्यादा ताकतवर विपक्षी दल कौन सा है?

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