बेंगलुरुः हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी रहे बुरहान वानी के पिता मुजफ्फर वानी भारत को दुश्मन नहीं मानते। हालांकि, उनका कहना है कि कश्मीर में जारी हिंसा भारत के लिए संदेश है कि अब वहां के लोग आजादी चाहते हैं। बताया जा रहा है कि मुजफ्फर यहां दो दिन तक आर्ट ऑफ लिविंग के प्रमुख श्री-श्री रविशंकर के आश्रम में रहे और उनसे कश्मीर मसले पर चर्चा की।
श्री श्री रविशंकर ने एक फोटो ट्वीट की और लिखा, ''बुरहान वानी के पिता, मुजफ्फर वानी पिछले दो दिनों से आश्रम में हैं। हम लोगों ने कुछ मुद्दों पर बातचीत की।’ इस फोटो के सामने आने के बाद मुजफ्फर ने बताया कि फोटो बेंगलूरू के आश्रम में ली गई थी।
मुजफ्फर वानी ने क्या कहा?
स्थानीय मीडिया से बात करते हुए मुजफ्फर वानी ने कहा कि कश्मीर में फिलहाल जो हो रहा है, उससे भारत की आंखें खुल जानी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि कश्मीर में बेगुनाहों को मारा जा रहा है और इससे कोई हल नहीं निकलेगा। बुरहान के पिता ने कहा कि हम भारत के दुश्मन नहीं हैं, मुझे नहीं पता कि आखिर वे (भारत) हमें क्यों मार डालता है।
फोटो पर जर्नलिस्ट बरखा दत्त ने किए ये ट्वीट...
डायबिटीज का इलाज करने आए थे मुजफ्फर
मुजफ्फर ने बताया कि उन्हें डायबटीज है और वह उसी के इलाज के लिए आश्रम गए थे। एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक, मुजफ्फर ने कहा, ''मैं प्रिंसिपल हूं। एक आम आदमी हूं। कोई नेता नहीं हूं। मुझे डायबटीज है और मैं उसी के इलाज के लिए वहां गया था।''
कौन हैं मुजफ्फर वानी?
मुजफ्फर वानी जम्मू-कश्मीर के एक स्कूल में प्रिंसिपल हैं। बुरहान के अलावा उनका एक और बेटा था। दोनों ही आतंक के रास्ते पर चले और सुरक्षाबलों के हाथ मारे गए।
श्री-श्री भी गए थे कश्मीर
बता दें कि श्री-श्री रविशंकर भी कुछ महीने पहले जम्मू-कश्मीर गए थे। उन्होंने तब गवर्नर एनएन वोहरा और हुर्रियत चेयरमैन मीरवायज उमर फारुख समेत कई नेताओं से मुलाकात की थी। श्री-श्री ने इन मुलाकातों में कश्मीर समस्या के समाधान और वहां शांति स्थापना को लेकर चर्चा की थी।