फिक्की की एक रिपोर्ट के मुताबिक आने वाले पांच साल में फूड बाजार इतना बढ़ जाएंगे कि इसमें करीब 30 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। इससे सीधी तौर पर जुड़ा है कैटरिंग का काम। पहले शादियों में पहले जहां रीति-रिवाजों को प्राथमिकता दी जाती थी, वहीं अब बदलते वक्त के साथ लोगों ने शादी की हर रस्म को यादगार बनाने के लिए बारातियों के स्वागत से लेकर सजावट तक के हर इंतजाम पर खास ध्यान देना शुरू कर दिया है। इनमें सबसे पहले नंबर आता है खाने का इंतजाम। अगर आपके खाने का मेन्यू फिट हो तो आपका आयोजन हिट माना जाता है।
कैटरिंग का बाजार
एक अनुमान के मुताबिक भारतीय होटल इंडस्ट्री 15-20 प्रतिशत सालाना की दर से वृद्धि कर रही है। इस क्षेत्र में विदेशी कंपनियां भी भारतीय कंपनियों के साथ साझेदारी कर रही हैं। रेस्तरां या फास्ट फूड ज्वॉइंट के बढ़ते विस्तार के बाद तो कैटरिंग एक बिजनेस का रूप ले चुका है। जाहिर है जहंा इतने सारे होटल, रेस्तरां होंगे वहंा कैटरिंग के काम की भी डिमांड होगी। कैटरिंग एक सेवा देने वाली इंडस्ट्री है, जिसमें ग्राहकों को उनकी मांग के अनुसार सुविधाएं दी जाती हैं। इस काम के लिए कार्यकुशल और प्रभावशाली व्यक्तित्व का होना जरूरी है। ऐसे में इस फील्ड में कई अवसर पैदा हुए हैं। इसके प्रोफेशनल्स की मांग न केवल देश बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी है। ऐसे में जानते हैं कि आप इस क्षेत्र में अपना कॅरियर बनाकर किस तरह अपने भविष्य को संवार सकते हैं।
क्या होता है काम
कैटरिंग की फील्ड में कामयाब होने के लिए आपको सॉफ्ट स्पोकन होना चाहिए। साथ ही व्यक्तिगत संबंधों का होना जरूरी है। आज छोटे-बड़े होटलों को कैटरिंग टेक्नोलॉजी के जानकारों की जरुरत है। आप चाहें तो इस काम को छोटे स्तर पर खुद भी शुरू कर सकते हैं। इसे शुरू करने के लिए ज्यादा लोगों की जरूरत नहीं है। वहीं बड़े स्तर पर शुरुआत करने के लिए कई लोगों की जरूरत होती है। बड़े स्तर पर कैटरिंग के काम के लिए ज्यादा लागत और बड़ी जगह की जरूरत पड़ती है। इसमें खानपान का पूरा प्रबंध आपको ही करना होता है। मसलन खाना बनाने से लेकर खिलाने तक। इसमें कोशिश यह रहती है कि खाना न केवल स्वादिष्ट बल्कि हेल्दी भी हो।
विश्वास कायम रखें
आपको हमेशा ध्यान रखना होगा कि आपने ग्राहक से जो वायदा किया है, वह किसी भी हालत में न टूटे। विश्वास ही इस काम में कामयाबी का रास्ता है। लेकिन यदि पुराने ढर्रे पर चलकर आप सफल होना चाहते हैं तो थोड़ी मुश्किल होगी क्योंकि हर चीज तेजी के साथ बदल रही है और लोगों के खाने का टेस्ट वैश्विक हो रहा है। आज के समय में भारत में बैठकर आप दुनिया भर के व्यंजनों का मजा ले सकते हैं। यदि आप नए व्यंजनों से अवगत नहीं रहेंगे तो इस काम में आपकी सफलता सीमित रह जाएगी। साथ ही आपकी डिमांड कम हो जाएगी।
ट्रेनिंग से मिलती कामयाबी
कैटरिंग होटल मैनेजमेंट का अहम हिस्सा है। इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। इसके लिए विशेष ट्रेनिंग की जरूरत होती है। देश में ऐसे संस्थानों की कोई कमी नहीं है, जो कैटरिंग का प्रशिक्षण उपलब्ध कराते हैं। इन कोर्सेज की अवधि संस्थानों पर निर्भर करती है। यहां इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि अच्छे संस्थान से लिया गया प्रशिक्षण बेहतर रोजगार दिलाने में कारगर होता है। अच्छे संस्थानों में कैटरिंग से जुड़े हुए कई कोर्सेज उपलब्ध हैं जिनके माध्यम से आप एक बेहतरीन कैटरर बन सकते हैं। लेकिन इस बात ध्यान रखना चाहिए कि इसमें वही लोग आने चाहिए जिन्हें इस काम में मजा आता हो।
रोजगार के अवसर
कैटरिंग के क्षेत्र में पहले की तुलना में अधिक जॉब्स हैं। जॉब के नजरिए से यह क्षेत्र अवसरों से भरा है। इसमें आप एयरलाइन कैटरिंग एवं केबिन सॢवस, हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन एंड कैटरिंग, होटल और टूरिज्म एसोसिएशन, रेलवे, बैंक, सैन्य बल, शिपिंग कॉरपोरेशन आदि के साथ जुडक़र भी काम कर सकते हैं। अगर आपको देश-विदेश में प्रचलन में आ रहे नए व्यंजनों के बारे में जानकारी है तो डिमांड और अधिक है। इसलिए इनसे अपडेट रहना और इस तरह की नई चीजों को ईजाद करना आता है तो कैटरिंग की फील्ड से अच्छा कोई अन्य कॅरियर ऑप्शन नहीं है। शादी, बर्थडे पार्टी जैसे इवेंट्स में तो कैटरिंग की डिमांड रहती ही है, साथ ही हॉस्पिटेलिटी इंडस्ट्री, हॉस्पिटल, टूरिज्म एसोसिएशन, रेलवे में भी जॉब के बेशुमार अवसर हैं। इसके अलावा आप खुद का अलग सेटअप लगाकर छोटा होटल या रेस्टोरेंट खोल सकते हैं।
कैटरिंग के लिए अच्छे संस्थान
देश में कई संस्थान है जहां कैटरिंग की पढ़ाई होती है। आप नेशनल काउंसिल फॉर होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी, नोएडा, इग्नू, मैदान गढ़ी, नई दिल्ली, एलबीआईआईएचएम, नई दिल्ली, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, टूरिज्म एंड होटल मैनेजमेंट विभाग, कुरुक्षेत्र, हरियाणा जैसे प्रमुख संस्थानों से इसकी पढ़ाई कर सकते हैं।
जरुरी योग्यता
कैटरिंग में पहले न तो किसी योग्यता की जरुरत थी और न किसी कोर्स की मांग थी, लेकिन पिछले कुछ समय से इसमें सॢटफिकेट, डिप्लोमा जैसे कोर्स भी कराए जाने लगे हैं। मान्यता प्राप्त बोर्ड या विश्वविद्यालय से 12वीं या स्नातक होना जरूरी है। बारहवीं में अंग्रेजी अनिवार्य विषय के रूप में पढ़ी होनी चाहिए। इस इंडस्ट्री में सफलता के लिए व्यक्तिगत गुण जैसे मृदुभाषी होना, हर स्थिति में शांत रहना, सेवा सत्कार को महत्व देना आदि जरूरी हैं। अंग्रेजी जानना इसलिए जरूरी है क्योंकि इससे दूसरी भाषा के लोगों की बात समझने में आसानी होती है और आपका काम भी आसान हो जाता है।