नई दिल्ली : पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री पी.चिदंबरम ने संकेत किया है कि जिला केंद्रीय सहकारी बैंकों (डीसीसीबी) को विमुद्रित नोट जमा करने की मंजूरी देने का केंद्र सरकार का फैसला शिवसेना द्वारा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के राष्ट्रपति उम्मीदवार को समर्थन देने से जुड़ा हो सकता है।
सोमवार रात जारी राजपत्र अधिसूचना की ओर इशारा करते हुए कांग्रेस नेता ने ट्वीट किया, "आधी रात को अधिसूचना राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के पक्ष में समर्थन लेने के लिए तो नहीं जारी की गई?" अधिसूचना में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा डीसीसीबी से विमुद्रित नोट स्वीकार करने की बात कही गई है।
शिवसेना ने सोमवार रात पलटी मारते हुए राजग उम्मीदवार रामनाथ कोविंद की उम्मीदवारी के समर्थन की घोषणा की थी। जबकि एक दिन पहले उसने भाजपा द्वारा जाति के आधार पर उम्मीदवार उतारने का विरोध किया था।
शिवसेना केंद्र सरकार से बीते साल नोटबंदी के दौरान डीसीसीबी द्वारा स्वीकार किए गए विमुद्रित नोटों को आरबीआई द्वारा स्वीकार करने की अपील करती रही है।