पृथ्वी के भौगोलिक और चुंबकीय ध्रुवों में तेजी से हो रहा बदलाव

Update: 2019-01-25 09:13 GMT
पृथ्वी के भौगोलिक और चुंबकीय ध्रुवों में तेजी से हो रहा बदलाव

नई दिल्ली। पृथ्वी के भौगोलिक ध्रुवों और चुंबकीय ध्रुवों में अंतर है। इस अंतर की सटीक गणना से जीपीएस काम करता है लेकिन पृथ्वी का चुंबकीय उत्तरी ध्रुव बड़ी तेजी से खिसक रहा है। वैज्ञानिक वल्र्ड मैग्नेटिक मॉडल के नए अपडेट की तैयारी कर चुके हैं। पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र में तेजी से आ रहा बदलाव इसकी वजह है। यह अपडेट 15 जनवरी को होना था लेकिन अमेरिका में शटडाउन की वजह से इसमें देरी हो रही है और अब नई तारीख 30 जनवरी तय की गई है।

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भौगोलिक ध्रुव हमेशा अपनी जगह पर कायम रहते हैं वहीं चुंबकीय ध्रुव लगातार खिसकते रहते हैं। 'नेचर' पत्रिका की रिपोर्ट के मुताबिक चुंबकीय उत्तरी ध्रुव अनुमान से कहीं ज्यादा तेजी से अपनी जगह बदल रहा है। वल्र्ड मैग्नेटिक मॉडल को हर पांच साल में अपडेट किया जाता है। आखिरी बार यह अपडेट 2015 में किया गया था लेकिन 2016 में पता चला कि चुंबकीय उत्तरी ध्रुव अनुमान से ज्यादा तेज रफ्तार से जगह बदल रहा है। 2018 में यूएस नेशनल ओशनिक एंड एटमोस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन और ब्रिटिश जियोलॉजिकल सर्वे के वैज्ञानिकों ने दावा किया कि जल्द ही मैग्नेटिक मॉडल को अपडेट करने की जरूरत है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, मौजूदा मॉडल में इतनी ज्यादा त्रुटियां आ चुकी हैं कि इसके चलते नेविगेशन में आने वाली गलतियों को स्वीकार नहीं किया जा सकता।

रोजमर्रा की जिंदगी में हम अक्सर नेविगेशन के लिए जीपीएस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हैं। हवाई जहाज, समुद्री जहाज और स्मार्टफोन मैग्नेटिक मॉडल के जरिए ही नेविगेशन को सटीक बनाते हैं। आपका रुख, आप किस दिशा का सामना कर रहे हैं, यह सब चुंबकीय क्षेत्र पर ही निर्भर है। स्मार्टफोन का कैमरा और कई एप्स मैग्नेटिक फील्ड की मदद लेकर तय करते हैं कि आप किस दिशा का सामना कर रहे हैं। इन सभी उदाहरणों के लिए यह जरूरी है कि मैग्नेटिक मॉडल आपको सही रुख की जानकारी दे।

वैज्ञानिकों को अभी यह नहीं पता है कि चुंबकीय क्षेत्र में तेज बदलाव की सटीक वजह क्या है। समुद्र की जलधाराएं और धरती के गर्भ का पिघला लोहा इस पर असर डालते हैं लेकिन इतनी तेज रफ्तार से परिवर्तन, यह अब भी रहस्य है।

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