नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में उपचुनाव के दौरान इस्तेमाल की गईं ईवीएम मशीनों और वीवीपैट में बड़े पैमाने पर खराबी को लेकर मीडिया में आईं रपटों को निर्वाचन आयोग ने सोमवार को अतिरंजित करार दिया।
आयोग ने यह भी स्पष्ट किया कि भंडारा-गोंदिया संसदीय क्षेत्र में किसी भी मतदान केंद्र पर मतदान रद्द नहीं किया गया है और खराब मशीनों को बदले जाने के बाद मतदान फिर से शुरू हो गया।
ईसी ने कहा कि सभी आम चुनाव और उपचुनाव में लगभग 20-25 प्रतिशत अतिरिक्त ईवीएम और वीवीपैट मीशीनें मुहैया कराई जाती हैं।
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अतिरिक्त मशीनें सेक्टर अधिकारियों के पास होती हैं, जिनके ऊपर 10-12 मतदान केंद्रों की जिम्मेदारी होती है।
ईसी ने कहा, "किसी भी मतदान केंद्र पर ईवीएम या वीवीपैट को बदलने में सामान्यतौर पर 30 मिनट से भी कम समय लगता है।"
आयोग ने कहा, "मतदान के दौरान गड़बड़ी वाले ईवीएम या वीवीपैट को बदलना एक सामान्य प्रक्रिया है और किसी भी रूप में मतदान प्रक्रिया की ईमानदारी या विश्वसनीयता पर आंच नहीं आती।"
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आयोग ने कहा कि भंडारा-गोदिया में 35 बूथों पर मतदान रद्द किए जाने की खबर सच नहीं है, और इसी संसदीय क्षेत्र में 25 प्रतिशत मतदान बूथों पर ईवीएम या वीवीपैट में खराबी की खबरें सही नहीं हैं।