नई दिल्लीः यूपी के हाथरस की सादाबाद सीट से सपा विधायक देवेंद्र अग्रवाल नई मुश्किल में हैं। पेट्रोल और डीजल में केरोसीन की मिलावट करने के उन पर लगे आरोपों की जांच का सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है। बता दें कि इससे पहले देवेंद्र अग्रवाल पर सरकारी जमीन कब्जा करने का भी आरोप लग चुका है। अदालत ने पेट्रोलियम मंत्रालय से दो हफ्ते में जांच रिपोर्ट मांगी है।
क्या है आरोप?
बीएसपी की पूर्व सांसद सीमा उपाध्याय की अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट ने देवेंद्र अग्रवाल के खिलाफ जांच के आदेश शुक्रवार को दिए। सीमा ने आरोप लगाया है कि सपा विधायक 'तेल में खेल' करते हैं। सीमा की अर्जी में कहा गया है कि बड़े पैमाने पर पेट्रोल और डीजल में केरोसीन की मिलावट की जाती है। उन्होंने ये भी अर्जी में कहा है कि देवेंद्र अग्रवाल के खुदरा डीजल डिपो और पेट्रोल पंपों में सब्सिडी का केरोसीन, पेट्रोल और डीजल में मिलाया जाता है।
ड्राइवर से करोड़पति बनने पर सवाल
सीमा उपाध्याय के वकील डॉ. राजीव शर्मा ने चीफ जस्टिस टीएस ठाकुर की अध्यक्षता वाली बेंच में कहा कि देवेंद्र 1990 में ड्राइवर थे। अभी इनके और परिजनों के नाम नौ पेट्रोल पंप और सात खुदरा डीजल डिपो हैं। मिलावट से मुनाफा कमा कर देवेंद्र अग्रवाल ने करोड़ों की संपत्ति बनाई है। कोर्ट ने कहा कि जांच के दौरान देवेंद्र अग्रवाल और याचिकाकर्ता दोनों को नोटिस भेजेंगे और उनका पक्ष सुना जाएगा।