नई दिल्ली : कर्नाटक में गठबंधन के दोनों सहयोगियों कांग्रेस व जेडीएस के बीच राज्य मंत्रिमंडल में विभागों के आवंटन का मामला सुलझा लिया गया है। मुख्य रूप से कांग्रेस गृह व जनता दल-सेक्युलर (जेडीएस) वित्त विभाग अपने पास रखने पर सहमत हो गए हैं। जेडीएस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, "विभागों के बंटवारे का मुद्दा लगभग सुलझा लिया गया है। जेडीएस के पास वित्त विभाग रहेगा और कांग्रेस के पास गृह विभाग होगा।"
उन्होंने कहा कि विभागों की घोषणा जल्द की जाएगी।
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जेडीएस नेता ने कहा कि दोनों पार्टियों ने न्यूनतम साझा कार्यक्रम (सीएमपी) पर भी चर्चा की और सरकार को सुचारु रूप से चलाने के लिए एक समन्वय समिति बना रही हैं।
सीएमपी दोनों पार्टियों के घोषणापत्र पर आधारित होगा।
सूत्रों ने कहा कि जेडीएस व कांग्रेस के बीच पांच चरण की वार्ता हुई।
गृह विभाग के अलावा कांग्रेस के पास उच्च शिक्षा, स्वास्थ्य, आवास व बेंगलुरू विकास, जबकि जेडी-एस के पास चिकित्सा शिक्षा, कृषि व राजस्व विभाग होगा।
इस चर्चा में भाग लेने वाले कांग्रेस के नेताओं में अहमद पटेल, गुलाम नबी आजाद, अशोक गहलोत व के.सी. वेणुगोपाल शामिल रहे।
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सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को इस चर्चा से अवगत कराया गया है। राहुल अपनी मां सोनिया गांधी की चिकित्सा जांच के लिए इस समय अमेरिका में हैं।
राज्य में त्रिशंकु विधानसभा के बाद चले सियासी 'नाटक' और सर्वोच्च न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद जेडी-एस के नेता एच.डी.कुमारस्वामी ने 23 मई को कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। कांग्रेस व जेडीएस 25 मई को सदन में बहुमत साबित करने के बाद से सरकार गठन पर गहन चर्चा जारी रखे हुए थे।