G20 Summit 2023: G20 की बैठकें होंगी भारत में कई राज्यों में, लद्दाख भी इसमें शामिल

G20 Summit: भारत इस साल दिसंबर में जी20 की अध्यक्षता ग्रहण करेगा। भारत की अध्यक्षता के दौरान देश भर में बड़ी संख्या में जी 20 के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

Report :  Neel Mani Lal
Update: 2022-07-07 14:25 GMT

G20 summit likely to be held in Ladakh (Image: Social Media)

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G20 Summit: दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं का प्रतिनिधित्व करने वाले समूह जी 20 देशों की बैठक भारत में कई जगह होगी। जहां तक शीर्षस्तरीय बैठक का सवाल है तो उसका आयोजन नई दिल्ली में ही होने की संभावना है। जी-20 के तहत शिखर सम्मेलन के अलावा विदेश मंत्रियों, सदस्य देशों के केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों, श्रम व रोजगार मंत्रियों और व्यापार मंत्रियों की मुख्य तौर पर बैठकें होती हैं। इसके अलावा बैठक की तैयारियों को लेकर अलग से भी कई बैठकें होती हैं।

इन बैठकों के स्थल पर जम्मू कश्मीर को लेकर कुछ विवाद है क्योंकि चीन और पाकिस्तान ने इस पर आपत्ति जताई है।पहले कहा गया था कि बैठक जम्मू कश्मीर में भी होगी, फिर ये बात सामने आई कि बैठक लद्दाख में होगी। लेकिन अब विदेश मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि करने से इनकार कर दिया कि जी20 शिखर सम्मेलन से संबंधित कोई बैठक जम्मू-कश्मीर में होगी या नहीं।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा है कि - भारत इस साल दिसंबर में जी20 की अध्यक्षता ग्रहण करेगा। भारत की अध्यक्षता के दौरान देश भर में बड़ी संख्या में जी 20 के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। बागची ने कहा कि इस मुद्दे पर अभी अटकल लगाने की कोई जरूरत नहीं है।

लद्दाख में बैठक

जब जम्मू कश्मीर में जी 20 बैठक की बात आई थी तो पाकिस्तान और चीन ने इस पर आपत्ति दर्ज की थी। वैसे विदेश मंत्रालय ने इस संबंध में सभी राज्यों को भी पत्र लिखा है और उनसे विश्वस्तरीय बैठक करवाने की व्यवस्था के बारे में पूछा गया है। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में भी जी-20 बैठक का आयोजन किया जा सकता है। विदेश मंत्रालय ने इस मामले में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया कि चीन द्वारा केंद्र शासित प्रदेश में कुछ बैठकें आयोजित करने की भारत की कथित योजनाओं के विरोध में आवाज उठाई गई है।

इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार विदेश मंत्रालय ने लद्दाख बैठक को लेकर एक विरिष्ठ आईएएस अधिकारी और एक पुलिस अधिकारी को नोडल अधिकारी के तौर पर नियुक्त भी कर दिया है।

अमिताभ कांत को जिम्मेदारी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बैठक के लिए भारत के "शेरपा" के रूप में अमिताभ कांत की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। रिटायर्ड आईएएस अमिताभ कांत ने हाल ही में नीति आयोग के सीईओ के पद से इस्तीफा दे दिया है। वह जी 20 के मंच पर पीएम के दूत और प्रमुख नीति वार्ताकार होंगे। अमिताभ कांत केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल का स्थान लेंगे, जो अभी तक भारत के शेरपा थे। उनकी नियुक्ति अगले सप्ताह इंडोनेशिया में होने वाली एक महत्वपूर्ण बैठक से पहले हुई है, जिसमें वर्ष के अंत में नेताओं के शिखर सम्मेलन के लिए जमीनी कार्य तैयार किया जाएगा। वह अगले साल भारत के अध्यक्ष पद के लिए एजेंडा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

जी 20 के सदस्य

जी-20 बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों का एक समूह है। इनमें अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, यूरोपीय संघ, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका शामिल हैं। स्पेन एक स्थायी अतिथि है जो, हर वर्ष आमंत्रित होता है।

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