भारत में अब नहीं बिकेगी शेवरले ब्रांड की स्पार्क-बीट कारें, जानें कंपनी ने क्यों लिया ये फैसला
नई दिल्ली: अमेरिकी वाहन निर्माता कंपनी जनरल मोटर्स (जीएम) ने गुरुवार (18 मई) को भारत में अपने वाहनों की बिक्री रोकने का फैसला लिया। गौरतलब है, कि कंपनी लगभग दो दशक से भारतीय बाजार में पैठ बनाने की कोशिश कर रही थी। लेकिन लगातार विफलता को देखते हुए उसने यहां वाहनों की बिक्री बंद करने का फैसला लिया है। बता दें, कि जीएम भारत में शेवरले ब्रांड के वाहन स्पार्क, बीट आदि बेचती है।
कंपनी ने गुजरात के हलोल ,में अपने पहले कारखाने से उत्पादन पिछले महीने रोक दिया था। वह अब अपने तालेगांव (महाराष्ट्र) स्थित कारखाने से वाहनों के निर्यात पर ध्यान केंद्रित करेगी।
चार अन्य बाजारों से भी निकलने का लिया फैसला
कंपनी ने एक बयान में कहा है कि उसने 'जीएम इंडिया की भावी उत्पाद योजनाओं की व्यापक समीक्षा के बाद यह फैसला किया है। कंपनी ने रूस और यूरोप सहित चार अन्य अंतरराष्ट्रीय बाजारों से भी निकलने का फैसला किया है।' जीएम के कार्यकारी उपाध्यक्ष स्टीफन जेकोबी ने कहा है कि 'कंपनी ने अनेक विकल्पों पर विचार किया और पाया कि भारत के लिए उसने जिस निवेश की योजना बनाई थी उससे अपेक्षित रिटर्न नहीं मिलने वाला है।'
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2016-17 में 21% गिरी बिक्री
बता दें, कि 'जीएम की भारत में बिक्री 2016-17 में लगभग 21 प्रतिशत घटकर 25,823 वाहन रही। हालांकि, इस दौरान कंपनी का उत्पादन 16 प्रतिशत बढ़कर 83,368 वाहन रहा। इनमें से अधिकतर वाहनों का निर्यात किया गया।'
2015 में की थी एक अरब डालर निवेश की घोषणा
कंपनी ने साल 2015 में घोषणा की थी, कि वह भारत में अपने विनिर्माण परिचालन के विस्तार के लिए एक अरब डालर का निवेश करेगी। कंपनी ने स्थानीय विनिर्मित 10 वाहन भी पेश करने की घोषणा की थी। हालांकि भारतीय परिचालन के खराब प्रदर्शन को देखते हुए कंपनी ने सारी निवेश योजना पर रोक लगा दी और अपनी भावी योजनाओं की समीक्षा की।
कर्मचारियों को दी जानकारी
कंपनी ने जनरल मोटर्स इंडिया के कर्मचारियों को अपने फैसले की जानकारी दे दी है। हालांकि, उसके इस फैसले से कितने कर्मचारी प्रभावित होंगे यह पता नहीं चल सका है। सूत्रों का कहना है कि कम से कम 200 कर्मचारी प्रभावित होंगे।