Hyderabad: हैदराबाद के कोचिंग वाले पूर्व सैनिक ने युवकों को फसाद के लिए उकसाया, गिरफ्तार
Hyderabad Provoke To Riots: हैदराबाद में रेलवे स्टेशनों पर हमला करने के लिए युवाओं को उकसाने के आरोप में पुलिस ने एक कोचिंग चलाने वाले पूर्व सैनिक को गिरफ्तार किया है।
Hyderabad: हैदराबाद में रेलवे स्टेशनों पर हमला (Railway stations attacked in Hyderabad) करने के लिए युवाओं को उकसाने के आरोप में पुलिस (Police) ने एक कोचिंग चलाने वाले पूर्व सैनिक को गिरफ्तार किया है। अवुला सुब्बा राव नामक ये शख्स "एएसआर साई एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन एंड डिफेंस अकादमी" का निदेशक है। इस कोचिंग में सेना में भर्ती के लिए कोचिंग दी जाती है।
आंध्र प्रदेश के पलनाडु जिले के नरसरपेटा के रहने वाले अवुला सुब्बा राव (Avula Subba Rao) ने अपने पैतृक स्थान पर अकादमी शुरू की, और बाद में राज्य और तेलंगाना के अन्य हिस्सों में अकादमी की नौ शाखाएं स्थापित कीं। उसकी अकादमी का कोचिंग मॉड्यूल काफी मशहूर है। उसे सैकड़ों युवाओं को सशस्त्र बलों में लाने का श्रेय दिया जाता है। शुक्रवार को सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पर हिंसा और आगजनी करने वाले कई युवक सुब्बा राव की अकादमी के हैं।
सेना की नौकरी की तैयारी के लिए रक्षा अकादमी
राव ने खुद बीएससी और बीएड किया हुआ है। उसने 2010 में एएसआर साई शैक्षणिक संस्थान और रक्षा अकादमी (Defense Academy) शुरू करने से पहले 18 साल तक सेना में सेवा की थी। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के अलावा, ओडिशा, तमिलनाडु और कर्नाटक के छात्र भी उसकी अकादमी में अध्ययन करते हैं। राव की अकादमी से कम से कम 500 से 1,000 उम्मीदवार हर साल सेना, नौसेना, वायु सेना, सीआरपीएफ, सीआईएसएफ, आईटीबीपी और बीएसएफ में शामिल होते आये हैं।
तेलंगाना (Telangana) के एडीजी रेलवे, संदीप शांडिल्य ने बताया है कि राव अपने छात्रों को विरोध करने के लिए उकसा रहे थे। "उसने युवाओं को पेट्रोल, लोहे की सरिया और लाठी ले कर रेलवे स्टेशन जाने का निर्देश दिया था। राव ने तेलंगाना के विभिन्न स्थानों से युवाओं को सिकंदराबाद जाने और विरोध प्रदर्शन में भाग लेने के लिए प्रेरित किया।
होटल से पकड़ा गया
रेलवे पुलिस ने आंध्र पुलिस (Andhra Police) के साथ सूचना साझा की, और राव को शनिवार तड़के एक होटल से उठाया गया और पूछताछ के लिए टाउन पुलिस स्टेशन ले जाया गया। उसके मोबाइल फोन को जब्त कर लिया गया है क्योंकि संदेह है कि इसका इस्तेमाल व्हाट्सएप ग्रुप बनाने के लिए किया गया था, जिससे सिकंदराबाद में विरोध प्रदर्शनके लिए बुलाया गया था।
व्हाट्सएप का इस्तेमाल
पुलिस ने बताया कि व्हाट्सएप ग्रुपों में से एक का नाम "हाकिमपेट" था। हैदराबाद के बाहरी इलाके हाकिमपेट (Hakimpet) में पिछले मार्च में एक सेना भर्ती अभियान आयोजित किया गया था, जहाँ कम से कम 3,000 युवाओं ने शारीरिक और चिकित्सा परीक्षण पास किया और लिखित परीक्षा की प्रतीक्षा कर रहे थे। उन उम्मीदवारों में से अधिकांश आदिलाबाद और करीमनगर में साई अकादमी की शाखाओं से थे। पुलिस ने कई व्हाट्सएप ग्रुप देखे हैं जिनमें इस अकादमी और करीमनगर की कुछ अन्य अकादमियों के युवाओं को सिकंदराबाद में शुक्रवार के हमले के लिए जुटाया गया था।
पुलिस अधिकारियों को पता चला है कि सुब्बा राव गुरुवार शाम को गुंटूर से हैदराबाद पहुंचा था। रेलवे पुलिस ने उन पांच युवकों की भी पहचान की है जो रेलवे के डिब्बों में आग लगाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला पेट्रोल लेकर आए थे। रेलवे स्टेशन से लिए गए सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कम से कम 34 अन्य प्रदर्शनकारियों की पहचान की गई है।
वीडियो जारी किया था
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि जिस दिन केंद्र ने अग्निपथ भर्ती कार्यक्रम की घोषणा की, राव ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी किया जिसमें कहा गया था कि सरकार नियमित, लंबी अवधि की सेना की भर्ती को छोड़ सकती है और लंबित लिखित परीक्षा रद्द होने को है। प्रशिक्षण के लिए मोटी फीस देने वाले उसकी अकादमियों के उम्मीदवारों ने कथित तौर पर राव और कुछ अन्य लोगों द्वारा बनाए गए व्हाट्सएप ग्रुपों पर आग लगाने वाले संदेश भेजने शुरू कर दिए थे।