भोपाल : मध्यप्रदेश में इस साल प्याज की बंपर पैदावार हुई है। राज्य सरकार किसानों से आठ रुपये प्रति किलो की दर से प्याज खरीद रही है। इसे सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत संचालित दुकानों पर दो रुपये प्रति किलो की दर से बेचा जाएगा। एक राशन कार्डधारी हालांकि 50 किलो से अधिक प्याज नहीं खरीद सकेगा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में मंगलवार को कृषि कैबिनेट की बैठक मंत्रालय में हुई। बैठक में निर्णय लिया गया कि उचित मूल्य की दुकानों से बीपीएल के साथ ही अब एपीएल राशन कार्ड धारक को भी दो रुपये प्रति किलोग्राम की दर से प्याज मिलेगी। प्याज का भंडारण समर्थन मूल्य खरीदी केंद्र के निकट ही किया जाएगा। इतना ही नहीं, किसानों की आड़ में कारोबारियों द्वारा प्याज बेचने पर उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा।
आधिकारिक तौर पर दी गई जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश की सरकार ने किसानों के हित में कई ऐतिहासिक निर्णय लिए हैं। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि प्याज एवं समर्थन मूल्य पर दलहनों की खरीदी पर किसानों को कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए। किसानों को उनकी उपज का वाजिब दाम दिलाने के लिए प्याज आठ रुपये प्रति किलोग्राम की दर से खरीदी जा रही है। इसी तरह प्रदेश में समर्थन मूल्य पर मूंग खरीदी होने से किसानों को बाजार मूल्य से प्रति क्विंटल लगभग 1500 रुपये अधिक मिल रहा है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि अभी तक किसानों से दो लाख 75 हजार मीट्रिक टन प्याज खरीदी जा चुकी है। प्याज खरीदी 30 जून तक होगी। इसी तरह समर्थन मूल्य पर अरहर 49 केंद्रों के माध्यम से 31 हजार 700 क्विंटल, मूंग 62 केंद्रों पर 48 हजार 747 क्विंटल, उड़द 38 केंद्रों पर 13 हजार 669 क्विंटल और 20 केंद्रों के माध्यम से 915 क्विंटल मसूर की खरीदी की जा चुकी है।