Kota Student Suicide Case: फिर एक छात्र ने लगाया मौत को गले, कोटा में रहकर कर रहा था नीट की तैयारी

Kota Student Suicide Case: घटना सोमवार देर शाम की है। आत्महत्या करने वाले छात्र की पहचान फोरिद हुसैन के रूप में हुई है, जो कि एक साल से कोटा में नीट की तैयारी कर रहा था।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update:2023-11-28 10:45 IST

Kota Student Suicide Case  (photo: social media )

Kota Student Suicide Case: देश में इंजीनियरिंग और मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी करने वाले छात्रों का गढ़ माने जाने वाला राजस्थान का कोटा शहर एकबार फिर से गलत वजहों से खबरों में है। घर से दूर रहकर यहां पढ़ने आए एक छात्र ने अपनी जान ले ली। घटना सोमवार देर शाम की है। आत्महत्या करने वाले छात्र की पहचान फोरिद हुसैन के रूप में हुई है, जो कि एक साल से कोटा में नीट की तैयारी कर रहा था।

मूल रूप से पश्चिम बंगाल का रहने वाला फोरिद शहर के वक्फ नगर इलाके में एक मकान में किराए पर कमरा लेकर रह रहा था। कल यानी सोमवार 27 नवंबर की देर शाम उसने कमरे में ही फांसी लगा ली। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। छात्र को फंदे से उतारकर पहले एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

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शाम पांच बजे तक दिखा था फोरिद

फोरिद हुसैन जिस मकान में किराए पर रहता था, वहां कुछ और छात्र रहते थे। शाम पांच बजे तक सभी ने फोरिद को देखा था। रात सात बजे तक वह कमरे से बाहर नहीं निकला। उसके दोस्तों ने आवाज लगाई तब भी उसने दरवाजा नहीं खोला। उन्होंने मकान मालिक को सूचना दी। मकान मालिक की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और दरवाजा तोड़कर अंदर घुसी।

मृतक छात्र के पास से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। इसलिए फिलहाल सुसाइड की वजह का पता नहीं चल पाया है। पुलिस इस मामले को लेकर जल्द मृतक के दोस्तों, मकान मालिक और जिस कोचिंग संस्थान में वह तैयारी कर रहा था, वहां के शिक्षकों से पूछताछ कर सकती है। मृतक के परिजनों को सूचित कर दिया गया है। उनके आने के बाद शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा और फिर उन्हें सुपुर्द कर दिया जाएगा।

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छात्रों के लिए कब्रगाह बनता जा रहा कोटा

कोचिंग छात्रों का सबसे बड़ा अड्डा कोटा अब उनके लिए कब्रगाह बनता जा रहा है। इस साल अब तक 28 छात्र आत्महत्या कर चुके हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, छात्र एग्जाम के स्ट्रेस के कारण अपनी जान ले रहे हैं। घर से दूर रहकर पढ़ाई कर रहे ये छात्र डिप्रेशन का शिकार होते हैं और फिर प्राणघातक कदम उठा लेते हैं। 3 अक्टूबर को राज्य सरकार ने महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए कोचिंग संस्थानों के लिए गाइडलाइन जारी किया था। जिसमें छात्रों को स्ट्रेस फ्री रखकर एग्जाम की तैयारी कराने की बात कही गई थी।

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