पहले जफ़र इस्लाम फिर मुख़्तार अब्बास नक़वी, क्या Lok Sabha की तरह Rajya Sabha में भी मुस्लिम विहीन होगी BJP
राज्यसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) 22 उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए। लेकिन, इन सभी उम्मीदवारों में कोई भी मुस्लिम चेहरा नहीं है।मतदान 10 जून को होंगे।
Rajya Sabha Election 2022: राज्य सभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया आज समाप्त हो गई। मतदान 10 जून को होंगे। राज्यसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) 22 उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए। लेकिन, इन सभी उम्मीदवारों में कोई भी मुस्लिम चेहरा नहीं है। गौरतलब है कि, इससे पहले बीजेपी ने राज्यसभा में तीन मुस्लिम सांसदों को भेजा था। इनमें मुख्तार अब्बास नकवी (Mukhtar Abbas Naqvi), सैय्यद जफर इस्लाम (Syed Zafar Islam) और एम जे अकबर (M J Akbar) हैं।
मगर, इन तीनों राज्यसभा सांसदों का कार्यकाल जल्द ही समाप्त हो रहा है। आज चर्चा इस बात की हो रही है कि बीजेपी ने इस बार इन तीनों मुस्लिम सांसदों को दोबारा प्रत्याशी नहीं बनाया। ऐसे में बीजेपी की ओर से कोई भी मुस्लिम चेहरा राज्यसभा में नहीं दिखाई देगा। इसके बाद अब इस बात ने जोर पकड़ लिया है कि क्या लोक सभा की तरह राज्य सभा में भी बीजेपी मुस्लिम विहीन होगी।
किन राज्यों से कितनी सीटें
राज्य सभा चुनाव के लिए आज नामांकन का आखिरी दिन था। इसके साथ ही 15 राज्यों की 57 सीटों पर कौन चुना जायेगा लगभग स्पष्ट हो चुका है। एक दो राज्यों जैसे राजस्थान और महाराष्ट्र, को छोड़ दिया जाए तो अन्य जगहों पर सभी प्रत्याशियों का निर्विरोध निर्वाचन तय माना जा रहा है। जगह चुनाव होना है। इसमें 11 सीटें उत्तर प्रदेश, छह-छह सीटें महाराष्ट्र-तमिलनाडु, पांच सीटें बिहार, चार-चार सीटें आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और राजस्थान, तीन-तीन सीटें मध्य प्रदेश और ओडिशा और दो-दो सीटें पंजाब, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, हरियाणा, झारखंड और एक सीट उत्तराखंड की शामिल है।
बीजेपी लिस्ट में जातिगत समीकरणों का ख्याल
भारतीय जनता पार्टी ने अपने राज्य सभा के उम्मीदवारों की एक लिस्ट रविवार और दूसरी सोमवार को जारी कर दी थी। पार्टी ने 2024 को ध्यान में रखते हुए टिकट बंटवारे में जातिगत समीकरणों का पूरा ख्याल रखा। हालांकि एक मुद्दे पर भाजपा की नीति चौंकाने वाली रही। भाजपा ने इन 57 सीटों पर अपने किसी भी मुस्लिम नेता को नहीं उतारा है। राज्य सभा चुनाव की चर्चा शुरू होते ही इस बात का आदेश जताया जा रहा था कि पार्टी उत्तर प्रदेश से सयैद जफ़र इस्लाम को टिकट दे सकती है। वहीं, पार्टी के सबसे बड़े मुस्लिम चेहरे केंद्रीय मंत्री मुख़्तार अब्बास नक़वी का भी नाम भी राज्य सभा गायब होना इस बात की ओर संकेत कर रहा है की निचले सदन की तरह उच्च सदन में भी भाजपा मुस्लिम विहीन की तरफ बढ़ चली है।
रामपुर से उपचुनाव लड़ेंगे नकवी !
जानकारी के लिए बता दें कि, मुख्तार अब्बास नकवी का राज्यसभा में कार्यकाल आगामी 7 जुलाई को समाप्त हो रहा है। ऐसी सूरत में अगर मुख्तार अब्बास नकवी 6 महीने के भीतर सांसद नहीं बनते हैं तो उनका केंद्रीय मंत्री पद जाना तय है। लेकिन, चर्चा इस बात की भी है कि बीजेपी उन्हें यूपी के रामपुर लोकसभा उपचुनाव में अपना उम्मीदवार बनाने की तैयारी में है। बता दें कि, नकवी इससे पहले 1998 में रामपुर सीट से जीतकर लोकसभा जा चुके हैं। तब अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में उन्हें केंद्रीय मंत्री पद हासिल हुआ था। उसके बाद 2016 में मुख्तार अब्बास नकवी को बीजेपी ने झारखंड से राज्य सभा भेजा था।
ज्योतिरादित्य को लाने का मिला था ईनाम
वहीं, झारखंड के रहने वाले सैयद जफर इस्लाम को बीजेपी ने उत्तर प्रदेश से राज्यसभा उपचुनाव में अपना उम्मीदवार बनाया था। जफर इस्लाम बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रहे हैं। वे लंबे समय से बीजेपी के वरिष्ठ प्रवक्ता रहे थे। दरअसल, कांग्रेस का बड़ा चेहरा ज्योतिरादित्य सिंधिया को बीजेपी में लाने के इनाम के तौर पर जफर इस्लाम को राज्य सभा भेजा गया था। क्योंकि, मध्य प्रदेश में इसी के बाद फिर से शिवराज सिंह चौहान की सत्ता में वापसी हुई थी।
क्या बीजेपी इस रास्ते लाएगी बीजेपी चेहरा?
वहीं, बात अब बीजेपी के दूसरे मुस्लिम फेस सैय्यद जफर इस्लाम की। जफर इस्लाम का कार्यकाल 4 जुलाई को समाप्त हो रहा है। इसी तरह एक अन्य मुस्लिम चेहरा एम.जे.अकबर का राज्यसभा कार्यकाल 29 जून को समाप्त हो रहा है। बता दें, कि अभी राष्ट्रपति की ओर से राज्य सभा में मनोनयन (Nomination) की श्रेणी में सात सीटें खाली हैं। अब सवाल ये भी उठने लगा है कि क्या भारतीय जनता पार्टी इस रास्ते मुस्लिम समाज से कोई प्रबुद्ध चेहरा लाने तैयारी में तो नहीं है?
NDA में एकमात्र मुस्लिम सांसद
उल्लेखनीय है कि, लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी (BJP) का पहले से ही कोई मुस्लिम सांसद नहीं है। 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 6 मुस्लिम उम्मीदवार उतारे थे। मगर, सभी हार गए। वर्तमान में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी एनडीए (NDA) में केवल एक मुस्लिम सांसद है। वो हैं बिहार के खगड़िया जिले से सांसद महबूब अली कैसर। कैसर लोजपा के टिकट पर जीतकर संसद पहुंचे हैं।