बीजेपी में नहीं शामिल हुए हैं केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह, सुशील मोदी ने खबर को बताया भ्रामक
RCP Singh: बिहार भाजपा के नेता सुशील मोदी ने एक ट्वीट करते हुए बताया कि,'' यह समाचार पूरी तरह से भ्रामक है की RCP सिंह भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल हुए थे ।
RCP Singh: केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ज्वाइन नहीं किया है। बता दें कि कुछ मीडिया संस्थानों ने ऐसी खबर चलायी थी कि केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने जनता दाल यु छोड़ कर भाजपा ज्वाइन कर लिया है।
इस खबर को निराधार बताते हुए बिहार भाजपा के नेता सुशिल मोदी ने एक ट्वीट करते हुए बताया कि,'' यह समाचार पूरी तरह से भ्रामक है की RCP सिंह भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल हुए थे ।सरकारी कार्यक्रम के सिलसिले में हैदराबाद आए होंगे और airport पर मौजूद भाजपा कार्यकर्ताओं ने स्वागत कर दिया।''
बात दें इन ख़बरों को तब बल मिला जब आरसीपी सिंह हैदराबाद किसी मीटिंग में शामिल होने के लिए आये थे। हैदराबाद में ही भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के दो दिवसीय मीटिंग भी चल रही थी। वहां कुछ कार्यकर्ताओं ने उनका एयरपोर्ट पर स्वागत किया। उसके बाद से ही यह खबर चल गयी की आरसीपी सिंह ने भाजपा ज्वाइन कर लिया है। खबर यह चली थी कि आरसीपी सिंह ने हैदराबाद में बीजेपी की कार्यकारिणी में भी हिस्सा लिया है और वह बीजेपी में शामिल हो गए हैं।
जदयू में अलग-थलग
केंद्र में जदयू कोटे से एकमात्र मंत्री रहे रामचंद्र प्रसाद सिंह का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जब से राज्यसभा का टिकट काटा, तब से उन्हें पार्टी में लगातार अलग-थलग किए जाने की कोशिश जारी है। केंद्रीय मंत्री होने के बावजूद में पटना स्थित उनके सरकारी आवास से उन्हें बेदखल कर दिया गया। उनके करीबी नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया। इनमें टीवी पर जदयू का चेहरा बने प्रवक्ता अजय आलोक और पार्टी के दो महासचिव शामिल हैं।
राज्यसभा की उम्मीदवारी जाने के बाद भी आरसीपी सिंह बीजेपी और पीएम मोदी की जमकर तारीफ कर रहे थे। केंद्रीय मंत्री का पद छोड़ने को लेकर उन्होंने कहा था कि इस मामले में पीएम मोदी का जो आदेश होगा, वे उसका पालन करेंगे। ऐसे में माना जाने लगा था कि देर – सवेर आरसीपी बीजेपी का दामन थाम सकते हैं।
पीएम मोदी की प्रशंसा से खफा से नीतीश
जदयू में नंबर दो की हैसियत रखने वाले आरसीपी सिंह पार्टी में तमाम अहम पदों पर रह चुके हैं। सीएम नीतीश के गृह जिले नालंदा से आने वाले पूर्व नौकरशाह सिंह केंद्र में जाने के बाद बीजेपी को लेकर काफी नरम हो गए थे। एक तरफ जहां बिहार में बीजेपी और एनडीए के नेताओं में तीखी जुबानी जंग देखने को मिलती थी, वहीं आरसीपी बीजेपी और पीएम मोदी के यशगान में लगे रहते थे। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी से सीट शेयरिंग की डील न होने को लेकर भी पार्टी का एक धड़ा उन्हें ही जिम्मेदार मानता था। कहा तो ये भी जा रहा है कि आरसीपी सिंह ने सीएम नीतीश कुमार के इच्छा से विपरित जाकर केंद्र में मंत्री बन गए।
आरसीपी के समर्थन में कई जदयू विधायक
आरसीपी सिंह एक दशक से अधिक समय तक सीएम नीतीश कुमार के साथ काम कर चुके हैं। वे जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुके हैं। सूत्रों के मुताबिक, जदयू में आज भी कई ऐसे विधायक हैं, जो उनके आर्शीवाद के कारण विधायक बने। ऐसे में समय आने पर ये विधायक आरसीपी के समर्थन में खड़े हो सकते हैं।