सुषमा स्वराज ने संबंध मजबूत करने को लेकर किर्गिस्तान के राष्ट्रपति के साथ की बातचीत
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, ‘‘मध्य एशिया में अहम साझीदार। सुषमा स्वराज ने बिश्केक में एससीओ विदेश मंत्रियों की बैठक से पहले किर्गिस्तान के राष्ट्रपति जीनबेकोव से बात की। दोनों देशों ने अभी तक नई संभावनाओं को तलाश करने की प्रतिबद्धता जताई और सभी क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को विस्तार देने को लेकर उत्साह दिखाया।’’
बिश्केक: विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने यहां शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के विदेश मंत्रियों की बैठक से पहले किर्गिस्तान के राष्ट्रपति सूरोनबे जीनबेकोब से बुधवार को बातचीत की और द्विपक्षीय संबंध मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की।
स्वराज एससीओ के विदेश मंत्रियों की परिषद की दो दिवसीय बैठक में शामिल होने के लिए मंगलवार को किर्गिस्तान की राजधानी पहुंचीं थीं।
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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, ‘‘मध्य एशिया में अहम साझीदार। सुषमा स्वराज ने बिश्केक में एससीओ विदेश मंत्रियों की बैठक से पहले किर्गिस्तान के राष्ट्रपति जीनबेकोव से बात की। दोनों देशों ने अभी तक नई संभावनाओं को तलाश करने की प्रतिबद्धता जताई और सभी क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को विस्तार देने को लेकर उत्साह दिखाया।’’
स्वराज ने मंगलवार को बिश्केक में किर्गिस्तान के अपने समकक्ष चिंगिज एदारबेकोव के साथ ‘‘उपयोगी चर्चा’’ की।
भारत 2017 में चीन के प्रभुत्व वाले समूह का पूर्ण सदस्य बना था और भारत के इसमें शामिल होने से क्षेत्रीय भू-राजनीति में समूह का महत्व बढ़ गया है।
भारत एससीओ और विशेषकर सुरक्षा संबंधी मामलों को देखने वाले क्षेत्रीय आतंकवाद विरोधी ढांचे (आरएटीएस) के साथ सुरक्षा संबंधी सहयोग गहरा करने का इच्छुक है।
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पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी भी बैठक में शामिल होंगे।
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण बिश्केक में एससीओ रक्षा मंत्रियों की बैठक में गत महीने शामिल हुई थीं।
भारत के साथ ही पाकिस्तान को भी 2017 में एससीओ की सदस्यता मिली थी।
(भाषा)