शिमला : हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने फिर से कांग्रेस के भीतर राजनीतिक गरमाहट पैदा कर दी है। ठियोग में हुए कांग्रेस के सम्मेलन में वीरभद्र सिंह को 'मार्गदर्शक ' की संज्ञा देने पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंदर सुक्खू की बात लेकर वीरभद्र सिंह ने कहा है कि 'वह यह न समझें की पार्टी में मेरी पोजीशन आडवाणी जैसी होगी। प्रदेश कांग्रेस को यह ध्यान रखना चाहिए की मैं उनसे कहीं ज्यादा एक्टिव होकर राजनीति कर रहा हूं। '
वीरभद्र सिंह ने पार्टी में अपने विरोधियों को खुली चेतावनी देते हुए कहा कि कांग्रेस में जो लोग उनको मार्गदर्शक मंडल में डालने के सपने देख रहे हैं, वह गलतफहमी में न रहें। उम्र के इस पड़़ाव में भी वह कांग्रेस की आज की पीढ़ी से अधिक सक्रिय हैं। लोकसभा चुनाव में अगर उम्मीदवार काबिल होंगे तो ज्यादा सक्रियता के साथ प्रचार करेंगे। वीरभद्र सिंह ने यह भी कहा कि उनके किसी से कोई राजनितिक मतभेद नहीं हैं। उसूलों की राजनीति करता हूं। वीरभद्र सिंह ने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली हार को लेकर कहा कि कांग्रेस पार्टी भाजपा की वजह से नहीं, बल्कि अपनी गलतियों से हारी है।
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आपसी गुटबाजी व संगठन की कमजोरी के कारण कांग्रेस अपनी सरकार नहीं बना पाई। कुछ एक चुनाव क्षेत्रों में पार्टी प्रत्याशियों को जान बूझकर हराया गया, जिससे पार्टी को बड़ा नुकसान हुआ। कई जगह ऐसे लोगों को भी टिकट दिए गए, जिनकी जनता के बीच कोई पकड़ नहीं थी और वह जमानतें जब्त करवाकर बुरी तरह से चुनाव हार गए। पूर्व सीएम ने सुक्खू पर निशाना साधते हुए वीरभद्र ने कहा कि संगठन की गतिविधियों को पार्टी आफिस तक ही सीमित न रखा जाए, बल्कि आम आदमी के बीच जाकर भी केंद्र व प्रदेश सरकार की जनविरोधी नितियों को उजागर करना भी जरूरी है। हालांकि इस बीच कांग्रेस की प्रभारी रजनी अशोक पाटिल ने वीरभद्र की नाराजगी का मैसेज हाइकमान के सामने रखने का भी आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह हम सबके वरिष्ठ नेता हैं और सभी उनका सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह के बिना प्रदेश कांग्रेस अधूरी है। इनका नेतृत्व और मार्गदर्शन हम सभी के लिए जरूरी है।
वीरभद्र सिंह को बनाएं चेहरा
सम्मेलन में पार्टी प्रभारी रजनी पाटिल के सामने तीन विधायकों में रामपुर से नंदलाल, रोहडू मोहन लाल ब्राक्टा तथा कुसुम्पटी के अनिरूद्व सिंह ने साफ शब्दों में कहा कि यदि लोकसभा चुनाव में वीरभद्र सिंह को चेहरा नहीं बनाया जाता तो इससे कांग्रेस को बड़ा नुकसान होगा। हिमाचल कांग्रेस में वीरभद्र सिंह एक चेहरा है, इसलिए लोकसभा चुनाव में इन्हें फ्री हैंड दिया जाना चाहिए।
स्वागत में भी गुटबाजी
ठियोग पहुंचने पर कांग्रेस नेताओं का अलग-अलग दो धड़ों में स्वागत हुआ। इसमें कुछ कार्यकर्ता सुखविंदर सिंह सुक्खू व रजनी पाटिल के साथ हाल में चले गए जबकि कुछ कार्यकर्ता वीरभद्र सिंह के नारे लगाते हुए बाद में उनके साथ हाल में पहुंचे।
कांग्रेस सेवादल की यंग ब्रिगेड अब जींस-टीशर्ट में
कांग्रेस सेवादल आने वाले समय में नए रंग-रूप में नजर आएगा। अब सेवादल का नया विंग बन रहा है, जिसमें यंग ब्रिगेड भी नजर आएगी। सेवादल के इस युवा विंग का ड्रेस कोड पहले वाले सेवादल के उम्रदराज लोगों की तरह सफेद पैंट-कमीज नहीं होगा, बल्कि ये ब्लू जींस और व्हाइट टी-शर्ट में नजर आएंगे। महिलाओं की कमेटी गठित होगी, जिसमें वे अपना ड्रेस कोड खुद निर्धारित करेंगी। ये जानकारी देते हुए सेवादल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालजी भाई देसाई ने कहा है कि सेवादल ने निर्णय लिया है कि महीने के अंतिम रविवार को हर जिला स्तर पर तिरंगे को सलामी दी जाएगी।
उन्होंने आरएसएस को चुनौती देते हुए कहा कि शाखाओं में भगवा नहीं तिरंगा फहराओ। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बताया कि नौ अगस्त को देश भर में तिरंगे के साथ लैग मार्च निकाला जाएगा। हमने अब सल्यूट हटा दिया है, पैर छूने के लिए मना कर दिया है। इस तरह सामंतवाद हटाकर एक डेमोक्रेटिव तरीके से संगठन को आगे बढ़ाने के लिए काम किया जाएगा। सेवादल की जो सफेट टोपी है, वह हर किसी को नहीं मिलेगी, बल्कि सेवादल की तीसरे लेयर की ट्रेनिंग के बाद दी जाएगी। लोकसभा चुनावों में सेवादल के सदस्यों द्वारा चुनाव लडऩे के सवाल पर राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि चुनाव लडऩे की किसी को मनाही नहीं है, जिसका जनाधार होगा, पब्लिक में अच्छी पकड़ होगी, वह पार्षद से लेकर पार्लियामेंट तक का चुनाव लड़ सकता है।