गुजरात में ‘नोटा’ पर मतदाताओं ने मारी चोट को, खूब मिले वोट
गुजरात में जहाँ भारतीय जनता पार्टी पहले स्थान पर रही है और कांग्रेस दूसरे नंबर पर आयी है वहीं ‘नोटा’ यानी किसी भी प्रत्याशी को पसंद नहीं किये जाने का विकल्प वोट शेयर के
लखनऊ:गुजरात में जहाँ भारतीय जनता पार्टी पहले स्थान पर रही है और कांग्रेस दूसरे नंबर पर आयी है वहीं ‘नोटा’ यानी किसी भी प्रत्याशी को पसंद नहीं किये जाने का विकल्प वोट शेयर के मामले में चौथे स्थान पर है। तीसरे स्थान पर रहे निर्दलीय प्रत्याशी।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार नोटा का वोट शेयर 1.8 फीसदी रहा है जबकि बहुजन समाजवादी,पार्टी और समाजवादी पार्टी जैसे बड़े-बड़े दल भी अपने दम पर एक-एक फीसदी वोट नहीं पा सके।हिमाचल प्रदेश की बात की जाए तो वहां ‘नोटा’ का स्थान पांचवें नंबर पर रहा है।
जान लीजिये कि इसी साल उत्तर प्रदेश के चुनाव में 7 लाख मतदाताओं ने ‘नोटा’ का प्रयोग किया था।और ‘नोटा’ का वोट शेयर करीब 1 फीसदी रहा था जबकि तुलनात्मक तौर पर असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम को मात्र 0.2 फीसदी वोट मिले थे।