2,200 महिलाओं के गर्भाशय निकालने वाले रैकेट का खुलासा, खेल में 4 अस्पताल भी शामिल
नई दिल्ली: कर्नाटक के कलबुर्गी में एक ऐसे रैकेट का पर्दाफाश हुआ है, जो महिलाओं के गर्भाशय निकालने का काम करता था। उनके इस काम में चार अस्पतालों के शामिल होने की जानकारी भी सामने आई है।
गौरतलब है कि यहां के स्थानीय लोग पिछले दो वर्षों से इस मुद्दे को उठा रहे हैं बावजूद इसके अभी तक अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई है।
महिलाओं की उम्र औसतन 40 साल
-ख़बरों के अनुसार, अब तक 2,200 महिलाओं के गर्भाशय निकाले जाने का मामला सामने आया है।
-ये सभी महिलाएं लुंबानी और दलित समुदाय से संबंध रखते हैं।
-पीड़ित महिलाओं की उम्र औसतन 40 साल तक है।
-पेट में दर्द की शिकायत के बाद जब वो अस्पताल पहुंची तो डॉक्टर ने उन्हें पेट में कैंसर बताकर डरा दिया।
-साथ ही गर्भाशय (यूट्रस) निकलवाने की सलाह भी दी।
-महिलाओं ने डर से अपना गर्भाशय निकलवा दिया।
2015 में कार्रवाई का दिया था भरोसा
-सोमवार को हजारों महिलाओं ने एक गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) के साथ मिलकर प्रदर्शन किया।
-पीड़ित महिलाओं ने अस्पतालों का लाइसेंस जब्त करने की मांग की।
-महिलाओं ने कहा, स्थानीय प्रशासन को इस मामले की जानकारी है।
-सरकार की भी आलोचना की।
-बता दें कि साल 2015 में स्वास्थ्य विभाग की जांच समिति ने इन अस्पतालों के लाइंसेंस जब्त करने का भरोसा दिया था।
-लेकिन आज भी ये अस्पताल धड़ल्ले से चल रहे हैं।