परमाणु क्षमता से लैस मिसाइल अग्नि-5 का परीक्षण, भारत के रेंज में अब चीन और पाक

Update:2016-12-26 12:47 IST

बालेश्वर: भारत ने आज (26 दिसंबर) को स्वदेश में विकसित परमाणु क्षमता से लैस बैलिस्टिक मिसाइल 'अग्नि-5' का ओड़िशा तट से दूर व्हीलर द्वीप से सफल परीक्षण किया। यह मिसाइल 5,000 किमी तक वार करने में सक्षम है। यह मिसाइल अपने साथ न्यूक्लियर हथियार ले जाने में सक्षम है।

रक्षा मामलों के जानकर का कहना है कि ये मिसाइल उत्तरी चीन में लक्ष्यों को भेद सकती है। अग्नि-5 की जद में पाकिस्तान, चीन और यूरोप समेत आधी दुनिया है। अग्नि-5 मिसाइल जब सेना के बेड़े में शामिल हो जाएगा तो भारत इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्ट‍िक मिसाइल रखने वाले सुपर एक्सक्लूसिव क्लब में शामिल हो जाएगा। अभी इस क्लब में अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस और ब्रिटेन हैं।

लंबी दूरी तक मार करने वाला चौथा मिसाइल

-लंबी दूरी तक मार करने में सक्षम मिसाइल का यह चौथा विकासात्मक और दूसरा कैनिस्टराइज्ड परीक्षण है।

-गौरतलब है कि पहला परीक्षण 19 अप्रैल 2012 को किया गया था।

-जबकि दूसरा परीक्षण 15 सितंबर 2013, तीसरा 31 दिसंबर 2015 को किया गया था।

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अग्नि-5 में क्या है खास?

-अग्नि-5 अग्नि सीरीज की मिसाइलों को डीआरडीओ ने विकसित किया है।

-इसके अलावा भारत के बेड़े में पृथ्वी और धनुष जैसी कम दूरी तक मार करने वाले सक्षम मिसाइल भी हैं।

-साथ ही अग्नि-1, अग्नि-2 और अग्नि-3 मिसाइलें भी बेड़े में पहले से है।

-इन्हें पाकिस्तान को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है।

-अग्नि-4 और अग्नि-5 मिसाइलों को चीन को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है।

-अग्नि-5 मिसाइल की ऊंचाई 17 मीटर और व्यास 2 मीटर है।

-इसका वजन 50 टन और यह डेढ़ टन तक परमाणु हथियार ढोने में सक्षम है।

-इसकी रफ़्तार आवाज की गति से 24 गुना ज्यादा है।

'दागो और भूल जाओ' के सिद्धांत पर करेगा काम

-बैलेस्टिक मिसाइल अग्नि-5 ठोस प्रोपेलेंट से संचालित होती है।

-ये मिसाइल किसी भी मौसम और किसी भी भौगोलिक स्थिति में प्रक्षेपित की जा सकती है।

-ये काफी तेज और अत्याधुनिक तकनीक से लैस है।

-अग्नि-5 मिसाइल 'दागो और भूल जाओ' सिद्धांत के तहत काम करती है।

-इसके बैलेस्टिक पथ के कारण इसे पकड़ना दुश्मन के लिए आसान नहीं होगा।

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जल्द आएगा अग्नि-6 !

भारतीय सेना के पास सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस भी है।

-इस श्रृंखला की मिसाइल में अग्नि-1- 700 किमी, अग्नि-2- 2,000 किमी, अग्नि-3- 2,500 किमी और अग्नि-4-3,500 किमी तक मार कर सकती है।

-भारत ने अग्नि-5 को 'शांति का अस्त्र' बताया है।

-भारत ने अग्नि श्रृंखला की पहली मिसाइल 1989 में इंटीग्रेटेड गाइडेड मिसाइल डेवलपमेंट प्रोग्राम (आईजीएमडीपी) के तहत बनाई थी।

-मीडिया खबरों के अनुसार अग्नि-6 का निर्माण अभी आरंभिक चरण में है।

-अग्नि-6 पनडुब्बी से भी मार करने में सक्षम होगी।

-माना जा रहा है कि अग्नि-6-8000-10,000 किमी तक मार कर सकेगी।

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चीन का दावा कुछ और

हालांकि डीआरडीओ इस मिसाइल की सही मारक क्षमता पर साफ-साफ कुछ नहीं बोल रहा है। लेकिन इतना जरूरत बताता है कि यह 5,500 से 5,800 किमी तक मार कर सकती है। वहीं चीन का दावा है कि अग्नि-5 की क्षमता करीब 8,000 किमी तक है।

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