लखनऊ: 'मुस्कुराइएगा नहीं क्योंकि आप लखनऊ में हैं' जी हां! क्योंकि अगर आप मुस्कुराएंगे तो जहरीली हवा के कहर से नहीं बच पाएंगे। दिल्ली ही नहीं नवाबों की नगरी लखनऊ को भी जहरीली हवा ने अपनी चपेट में ले लिया है। इसका प्रकोप सोमवार सुबह से हमें देखने को मिल रहा है।
प्रदूषण का मुख्य कारण दीपावली में जलाए गए पटाखों को बताया जा रहा है। सोमवार को इंदिरानगर और चौक में सबसे ज्यादा प्रदूषण देखने को मिला। चौक में 2.5 माइक्रोमीटर आकार के कणों (पीएम2.5) की संख्या सबसे ज्यादा पाई गई।
प्रदूषण को लेकर सीएम अखिलेश गंभीर
लखनऊ समेत कई जिलों में छाई धुंध को शासन, प्रशासन, एनजीटी और कोर्ट ने गंभीरता से लिया है। सीएम अखिलेश यादव ने यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और पर्यावरण विभाग को इससे निपटने के निर्देश दिए हैं। मुख्यसचिव प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और पर्यावरण विभाग को इससे निपटने के निर्देंश दिए हैं।
मुख्यसचिव प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों के साथ चर्चा कर रहे हैं। वहीं एनजीटी ने भी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और पर्यावरण विभाग के अधिकारियों को तलब किया है। हाई कोर्ट ने भी मामले की गंभीरता को देखते हुए अधिकारियों को जवाब तलब के लिए बुलाया है।
यह कोहरा नहीं बल्कि स्मॉग
-सर्दियों का सफर अभी शुरू भी नही हुआ है कि शहर में चारों ओर धुंध की चादर पहले से ही छा गई है।
-वैज्ञानिकों का कहना है कि यह कोहरा नहीं बल्कि स्मॉग है।
-सोमवार की शाम करीबन 5 बजे अचानक से धुंए की चादर छा गई। जिससे घबराएं लोग अपने घरों की शरण ले ने लगे।
-प्रदूषण का रिकॉर्ड तोड़ते हुए लखनऊ में पार्टिक्युलेट मीटर (पीएम 10) रविवार को 1200 तक पहुंच गया।
-सबसे खतरनाक माना जाने वाला पीएम 250, जिसे 60 के नीचे होना चाहिए वह रविवार को सुबह 9:00 बजे 633 तक पहुंच गया।
-लखनऊ में पीएम 250 का लेवल 100 के आस-पास होता है लेकिन रविवार को पूरे दिन का औसत 350 के ऊपर रहा।