सवाल देख लें : बिहार में नया कारनामा, कश्मीर को बताया 'अलग देश'
बिहार सरकार राज्य में भले ही शिक्षा के क्षेत्र में लाख सुधार के दावे कर ले, परंतु शिक्षा विभाग के कारनामे सरकार के इन दावों की पोल खोलते रहे हैं।
पटना : बिहार सरकार राज्य में भले ही शिक्षा के क्षेत्र में लाख सुधार के दावे कर ले। लेकिन, शिक्षा विभाग के कारनामे सरकार के इन दावों की पोल खोलते रहे हैं। इस बार एक नया मामला प्रकाश में आया है। जब राज्य सरकार की ओर से संचालित सातवीं क्लास के स्टूडेंट्स के लिए इंग्लिश के क्वेश्चन पेपर में कश्मीर को अलग 'देश' बताया गया है।
यह भी पढ़ें ... बिहार बोर्ड के 12वीं के नतीजों में 65% छात्र फेल, सिर्फ 35 फीसदी ही हुए पास
बिहार शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से संचालित हाफ इयरली एग्जाम-2017 के इंग्लिश के क्वेश्चन पेपर में स्टूडेंट्स से चीन, नेपाल, इंग्लैंड और भारत की तरह 'कश्मीर' को एक अलग देश के रूप बताते हुए इससे संबंधित एक प्रश्न पूछा गया है। प्रश्न में अन्य देशों की तरह कश्मीर को भी अलग देश बताते हुए स्टूडेंट्स से इस देश के निवासियों के नाम बताने के विषय में प्रश्न किया गया।
इंग्लिश के इस क्वेश्चन पेपर में चीन के नागरिकों को 'चाईनीज' कहे जाने का उदाहरण देते हुए छात्रों को नेपाल, इंग्लैंड और भारत की तरह ही 'कश्मीर' के निवासियों को लेकर रिक्त स्थान भरने को दिया गया है। इस क्वेश्चन पेपर के बारे में वैशाली जिले के एक स्कूल में स्टूडेंट्स ने शिकायत की, तब यह मामला प्रकाश में आया।
यह भी पढ़ें ... BJP का अद्भुत सामान्य ज्ञान: न गांधी राष्ट्रपिता, न नेहरू देश के पहले PM
शिक्षा विभाग अब इसे प्रिंटिंग एरर बता रहा है। बिहार के सभी गवर्मेंट स्कूलों में यह एग्जाम बिहार शिक्षा परिषद आयोजित करता है। शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने इसके लिए सवाल छापने वाले प्रिंटर को दोषी ठहराया है। हालांकि, उनका कहना है कि यह एक बड़ी गलती है, जो नहीं होनी चाहिए।