जौनपुर: याद कीजिए जब रास्ते से गुजर रहे हों और एंबुलेंस की सायरन सुनाई दे तो अक्सर हम ये सोचकर उसे रास्ता देते हैं कि शायद किसी की जान बच सके। लेकिन सोचिए तब कैसी तस्वीर सामने आएगी जब यही एंबुलेंस 'खून चूसने' का काम करे।
चौंकिए मत यूपी के पूर्वांचल की सड़कों पर ऐसी ही एंबुलेंस दौड़ रही है। इस एंबुलेंस में किसी भी इंसान को किडनैप करने के बाद उसका खून निकाला जाता है। इस एंबुलेंस में सवार दरिंदे सिरिंज के जरिए शरीर से खून निकालते हैं। खून निकालने के बाद ये लोग उस व्यक्ति को सड़क के किनारे फेंक देते हैं। तीन दिन पहले एक 14 साल का बच्चा ऐसी ही एंबुलेंस का शिकार बना।
क्या है मामला ?
-यह घटना जौनपुर की है। बीते शुक्रवार की सुबह आठवीं में पढ़ने वाला आदर्श (14 साल) इस खून चूसने वाले एंबुलेंस का शिकार हुआ।
-वाराणसी के जंसा के बरेमा गांव का आदर्श जौनपुर के सिद्दीकपुर में चाचा के यहां रहकर पढ़ाई करता है।
-शुक्रवार सुबह वह सब्जी और रीचार्ज कूपन लेने चौराहे पर गया था।
-उसे अकेला पाकर एंबुलेंस सवार दो लोगों ने बुलाया और बोरी रखने में मदद करने को कहा।
-आदर्श जैसे ही बोरी को अंदर रखने को झुका उन लोगों ने उसे बेहोश कर एंबुलेंस में डाल दिया।
ऐसे शरीर से निकाला खून
-आदर्श को अगवा कर वे लोग उसे जफराबाद ले गए।
-वहां एक जर्जर मकान में उसे बांधकर रखा।
-आदर्श ने बताया, एंबुलेंस सवार लोगों ने उसके दोनों हाथों से खून निकाला।
-जैसे-जैसे शरीर से खून निकला आदर्श की हालत बिगडती गई।
-होश आने पर उसने देखा उसके हाथ और तलवे पर भी ब्लेड मारकर खून निकला गया था।
-खून निकालने के बाद वे लोग आदर्श को वहीं छोड़ एंबुलेंस सहित भाग निकले।
किसी तरह पहुंचा स्टेशन
-काफी देर तक बेहोश रहने के बाद आदर्श को ट्रेनों की आवाज सुनाई दी।
-खुद को किसी तरह बंधन से मुक्त कर वह दरवाजा तोड़कर बाहर निकला।
-जफराबाद स्टेशन पहुंचकर उसने मदद की गुहार लगाई। बावजूद इसके कोई आगे नहीं आया।
आरपीएफ जवान ने की मदद
-जफराबाद स्टेशन पर आरपीएफ जवान विनोद यादव को आदर्श पर दया आई।
-वह आदर्श को कमरे पर ले गया और खाना खिलाकर मोबाइल फोन से परिवार के लोगों से बात भी कराई।
-बाद में घर वाले भी पहुंचे। घर वाले किशोर को लेकर जफराबाद थाने गए।
आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस
-अज्ञात के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया।
-घटना की सूचना पर पुलिस सक्रियता से उस एंबुलेंस की तलाश में जुटी है।
-पुलिस कुछ एंबुलेंस चालकों के घर छापेमारी भी की है।