लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने यूपी से राज्यसभा चुनाव के लिए पार्टी के पूर्व विधायक भीमराव आंबेडकर को उम्मीदवार बनाया है। बुधवार (07 मार्च) को भीमराव आंबेडकर ने प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल किया। उनके नामांकन के वक़्त बसपा के वरिष्ठ नेता सतीश चंद्र मिश्र सहित पार्टी विधायक भी मौजूद थे।
बता दें, कि इससे पहले चर्चा ये थी कि पार्टी अध्यक्ष मायावती स्वयं राज्यसभा सीट के लिए मैदान में उतरेंगी या उनके भाई आनंद कुमार को उम्मीदवार बनाया जा सकता है। लेकिन मंगलवार को मायावती ने इन कयासों को दरकिनार करते हुए पार्टी के पूर्व विधायक भीमराव आंबेडकर को उम्मीदवार घोषित किया।
नामांकन दाखिल करने के बाद अम्बेडकर बोले, 'बसपा ने हमारे जैसे गरीब को राज्यसभा भेजा है। जनता बसपा के साथ है। बहनजी गरीबों, दलितों की मसीहा हैं।'
राजद ने भी किया था ऑफर
इस दौरान बसपा सांसद सतीश चंद्र मिश्र बोले, 'हमारी नेता ने पिछले साल ही राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने कहा, राजद ने भी बहनजी को राज्यसभा भेजने का प्रस्ताव दिया था। लेकिन उन्होंने मना कर दिया। उन्हें खुद नहीं जाना था। बहनजी ने गरीब दलित को राज्यसभा भेजने का काम किया।'
कांग्रेस और सपा हमें समर्थन दे रहे हैं
सपा के समर्थन पर सतीश चंद्र बोले, मायावती जी ने स्पष्ट किया है कि यह कोई गठबंधन नहीं है। राज्यसभा का चुनाव अलग है और उपचुनाव अलग। कार्यकर्ता घर नहीं बैठे इसलिए उपचुनाव में बहनजी ने वोट देने को कहा। उन्होंने कहा, संख्या बल के आधार पर हमारा उम्मीदवार आसानी से जीत हासिल करेगा। कांग्रेस और सपा हमें समर्थन दे रहे हैं।
सतीश चंद्र ने कहा, बहनजी ने सपा से समझौता खुद के लिए नहीं बल्कि समाज के लिए किया है। पार्टी के पुराने कार्यकर्ता को राज्यसभा भेजा जा रहा है।