सरकार के खेल से लगती है पेट्रोल-डीजल में आग, 100 रुपए के लिए रहें तैयार !
लखनऊ : देश भर में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में आग लगी है। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान कह भी चुके हैं कि पेट्रोल-डीजल को भी जीएसटी के अंतर्गत लाने के प्रयास में हैं। प्रधान ने फौरी राहत के लिए राज्य सरकारों से पेट्रोल-डीजल से सेल्स टैक्स/वैट की दरों में कटौती करने का आग्रह भी किया। लेकिन नतीजा अभी भी सिफर ही है। इंडस्ट्री के जानकारों के मुताबिक यदि राज्य व केंद्र सरकार ने समय रहते ध्यान नहीं दिया तो पेट्रोल फरवरी-सितंबर तक 85-90 रुपए प्रति लीटर व जून-दिसंबर में 99-100 रुपए प्रति लीटर तक जाएगा।
ये भी देखें : इधर देखें सरकार ! पेट्रोल में लगी आग, दिल्ली में 3 साल में सबसे महंगा
क्यों और कैसे होता है तेल में खेल
केंद्र सरकार एक्साइज ड्यूटी और राज्य की सरकारें वैट व प्रदूषण सेस के नाम पर पेट्रोल-डीजल से बड़ी कमाई करती हैं। जिसका असर ये होता है कि पेट्रोल और डीजल आपकी गाड़ी तक आते ही लागत से दोगुने हो जाते हैं।
प्रति लीटर कच्चे तेल की कीमत
दिसंबर 2017 में भारतीय बास्केट के कच्चे तेल की कीमत 62.29 डॉलर प्रति बैरल थी। वहीँ यदि 12 दिसंबर को एक डॉलर की कीमत देखी जाए तो यह थो 64.55 रुपए।
अब समझें प्रति लीटर कच्चे तेल की कीमत
दिसंबर में कच्चे तेल का जो भाव था उसे रुपए से गुणा करते हैं।
64.55x62.29 = 4,021 रुपए प्रति बैरल।
अब जानिए कि एक बैरल में 159 लीटर कच्चा तेल आता है। प्रति लीटर कच्चे तेल की कीमत को एक बैरल में आने वाले कच्चे तेल की मात्रा से भाग देंगे तो (4,021 ÷ 159 = 25.28 रुपए) 25.28 प्रति लीटर का दाम निकल कर आएगा।
केंद्र व राज्यों की सरकार के टैक्स से पहले क्या होती है कीमत
विदेशी कच्चे तेल को देश की अलग-अलग रिफाइनरीज में भेजा जाता है। रिफाइन होने के बाद पेट्रोल पंपों तक पहुंचने के दौरान एंट्री टैक्स, रिफाइनरी प्रोसेसिंग, लैंडिंग कॉस्ट एवं मार्जिन व ऑपरेशन कॉस्ट पेट्रोल पर 3.68 रुपए प्रति लीटर आती है और वहीं डीजल पर 6.37 प्रति लीटर।
इसके बाद कीमत हो जाती है पेट्रोल 25.28+3.68 = 28.86 रुपए
डीजल की कीमत 25.28+6.37 = 31.65 रुपए
इसके बाद प्रति लीटर पेट्रोल पर 3.31 रुपए ऑइल मार्केटिंग कंपनियों की मार्जिन, ढुलाई और फ्रेट कॉस्ट जबकि प्रति लीटर डीजल पर 2.55 रुपए ऑइल मार्केटिंग कंपनियों की मार्जिन, ढुलाई और फ्रेट कॉस्ट।
इसके बाद प्रति लीटर पेट्रोल 28.86+3.31 = 32.17 रुपए
डीजल 31.65+2.55 = 34.20 रुपए।
इसके बाद केंद्र और राज्यों के टैक्स से लगती है कीमतों में आग
केंद्र सरकार एक्साइज टैक्स लेती है पेट्रोल पर प्रति लीटर 19.48 रुपए और डीजल पर 15.33 रुपए प्रति लीटर।
अब पेट्रोल 32.17+19.48 = 51.65 रुपए
डीजल 34.20+15.33 = 49.53 रुपए
इसके बाद राज्य सरकारें अपने हिसाब से से वैट व प्रदूषण सेस चार्ज करती हैं।
अब बात करते हैं पेट्रोल पंप डीलर के कमीशन की
पेट्रोल 51.65+3.59 = 55.24 रुपए
डीजल 49.53+2.53 = 52.06 रुपए
प्रदेशों द्वारा पेट्रोल और डीजल पर वसूला जाने वाला सेल्स टैक्स/वैट
अब यदि राज्य सरकारें सेल्स टैक्स/वैट हटा दें तो पेट्रोल-डीजल की कीमतें होंगी कुछ ऐसी
इसके बाद देखिए राज्यों की कमाई