KGMU ट्रॉमा सेंटर में भीषण आग, 7 मरीजों की मौत, CM योगी ने दिए जांच के आदेश

राजधानी लखनऊ स्थित किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज (केजीएमयू) के ट्रॉमा सेंटर में शनिवार (15 जुलाई) को भयंकर आग लग गई।

Update: 2017-07-16 00:18 GMT
KGMU ट्रॉमा सेंटर में भीषण आग, चारों ओर थी बस चीख-पुकार, CM योगी ने दिए जांच के आदेश

लखनऊ: राजधानी लखनऊ स्थित किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) के ट्रॉमा सेंटर में शनिवार (15 जुलाई) शाम को भीषण आग लग गई। इस हादसे के बाद चारों तरफ अफरातफरी का माहौल बन गया।

वहीं, आग की वजह से अफरातफरी के माहौल में समय से इलाज न मिल पाने की वजह से 7 मरीजों की मौत हो गई। इन मौतों के पीछे केजीएमयू प्रशासन की घोर लापरवाही सामने आई है। ये सभी मौतें ट्रॉमा में आग लगने के बाद बाहर निकाले गए मरीजों की हुई है। बताया जाता है कि इन मरीजों की शिफ्टिंग में देर की वजह से ये मौतें हुई हैं।

सीएम ने दिए जांच के आदेश

हालांकि, किसी के हताहत होने सूचना नहीं है। इस घटना के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर चलाने के निर्देश दिए। सीएम योगी ने आग लगने की घटना का तत्काल संज्ञान लेते हुए मंडलायुक्त को जांच कर तीन दिन में रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं।

सीएम योगी ने किया ट्वीट :





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ऑपरेशन छोड़कर भागे डॉक्टर

बता दें, कि आग केजीएमयू के दूसरे तल स्थित एडवांस ट्रामा लाइफ सपोर्ट यानि एटीएलएस वार्ड में लगी। जल्द ही इस आग ने विकराल रूप ले लिया। अब आग की चपेट में तीसरे फ्लोर का मेडिसिन स्टोर भी आ गया था। धुंआ और आग की लपटों के बीच डॉक्टर जान बचाने के लिए बीच में ही आपरेशन छोड़कर भाग गए। हालात में तीमारदारों ने ही किसी तरह स्ट्रेचर पर लादकर अपने-अपने मरीजों को नीचे उतारा। इसके बाद ट्रामा सेंटर के बाहर सड़क पर स्ट्रेचर पर मरीजों की कतारें लग गई।

अन्य अस्पतालों में भेजे गए मरीज

मरीजों को लारी कार्डियोलॉजी, शताब्दी अस्पताल के फेज एक व दो और केजीएमयू के गांधी वार्ड में शिफ्ट किया गया। यहां पर मरीजों की संख्या अधिक होने पर सिविल व बलरामपुर अस्पताल भेजा जाने लगा।

दमकल की गाड़ियां भी नाकाम दिखी

इस भीषण आग पर काबू पाने में दमकल की आधा दर्जन गाड़ियां काबू पाने में नाकाम साबित हो रहीं थी। कर्मचारियों ने किसी तरह खिड़कियों के शीशे तोड़कर धुंए के गुबार को बाहर निकलने दिया। चारों तरफ बस चीख-पुकार मची थी।

प्लास्टिक की वजह से फैली आग

केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में आग दूसरी मंजिला पर बनी एटीएलएस यूनिट से शुरू हुई। यहां प्लास्टिक के बेड व मैनीक्विन रखी थीं। प्लास्टिक का सामान होने के कारण आग बहुत तेजी से फैली। आग ने ग्राउंड फ्लोर, पहली मंजिल व दूसरी मंजिल को अपनी गिरफ्त में ले लिया। तीसरी मंजिल पर ट्रामा वेंटीलेटर यूनिट (टीवीयू)में अत्यंत गंभीर मरीज थे, इन्हें किसी तरह बचाया गया। वहीं, जिस फ्लोर पर आग लगी उसमें आर्थोपेडिक विभाग, मेडिसिन विभाग व न्यूरो सर्जरी विभाग शामिल है। आग चौथे व पांचवे फ्लोर पर न पहुंचे इसके लिए कड़ी मशक्कत की गई। एनआइसीयू, क्रिटिकल केयर यूनिट व आईबैंक को सील किया गया।

ट्रामा सेंटर में आग हादसा या साज़िश

-13 जुलाई को कमेटी बनी है, पूर्व वीसी रविकांत की करतूतों की जांच का हुआ है आदेश।

-रजिस्ट्रार उमेश मिश्रा ने 4 सदस्यीय जांच कमेटी बना कर प्राथमिकता पर मांगी है रिपोर्ट।

-रविकांत पर नियमों के विरुद्ध भर्ती का है, आरोप।

-पीएमओ और मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया में हुई थी शिकायत।

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