नई दिल्लीः पांच राज्यों असम, केरल, पुदुचेरी, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में पहली बार उत्तर पूर्व में बीजेपी का कमल खिला है। वहीं बंगाल में ममता की सरकार बनने के करीब है। वह 214 सीटों पर आगे चल रही हैं। केरल और असम से कांग्रेस की सरकार लगभग जा चुकी है। असम में पहली बार बीजेपी का कमल खिल रहा है। पुदुचेरी में कांग्रेस आगे है। रुझानों की मानें तो अब सिर्फ 6 राज्यों में कांग्रेस की सरकार रह जाएगी।
कांग्रेस ने चुनाव में अपनी हार स्वीकार कर ली है पीसी चाको ने कहा है कि राहुल गांधी हार के लिए जिम्मेदार नहीं हैं हम चुनाव के बाद इसकी समीक्षा करेंगे। ओमन चांडी ने भ्ाी केरल में कांग्रेस की हार को स्वीकार किया है।
किस राज्य में कितनी सीटें?
-असम में 126 सीटों के नतीजे आएंगे।
-पश्चिम बंगाल की 294 सीटों के नतीजे भी घोषित होंगे।
-तमिलनाडु में 234 में से 233 के नतीजे घोषित होंगे। यहां एक सीट पर बाद में चुनाव होगा।
-पुदुचेरी में विधानसभा की 30 सीटों का नतीजा आएगा।
-केरल में विधानसभा की 140 सीटों का रिजल्ट सामने आएगा।
इन नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर
-असम में मौजूदा सीएम तरुण गोगोई, बीजेपी के सीएम उम्मीदवार सर्वानंद सोनोवाल।
-पश्चिम बंगाल में मौजूदा सीएम ममता बनर्जी।
-तमिलनाडु में मौजूदा सीएम जयललिता और डीएमके अध्यक्ष करुणानिधि।
-केरल में यूडीएफ के ओमन चांडी और एलडीएफ के वीएस अच्युतानंदन।
असम में खास
-AIUDF के चीफ बदरुद्दीन पीछे चल रहे हैं।
-रुझानों में बीजेपी को बहुमत मिला है वह 87 सीटों से आगे है वहीं कांग्रेस 23 पर है रुझानों की माने तो बीजेपी असम में सरकार बना लेगी।
-बीजेपी के सीएम कैंडिडेट सर्वानंद सोनेवाल को कांग्रेस के पूर्व सीएम तरूण गगोई ने बधाई दी है।
जीत के कारण
-असम में बीजेपी को उसके कामों का नतीजा मिल रहा है संघ की कोशिशों के चलते यह संभव हो पाया है।
-बीजेपी ने सीएम कैंडिडेट पहले से डिक्लेयर किया था लोकल लीडरशिप ने कैंडिडेट का सलेक्शन किया था।
तमिलनाडु में अम्मा रिटर्न
-28 साल बाद कोई पार्टी लगातार दूसरी बार जीत के करीब है।
-जयललिता की पार्टी एआईडीएमके रुझानों में बहुमत पा चुकी है।
-जयललिता डा. राधाकृष्ण नगर से लीड कर रहीं हैं।
-अगर जयजलिता सरकार बचा लेती हैं तो यह सबसे बड़ा परिवर्तन होगा।
-विजयकांत डीएमडीके के पीछे हैं। तमिलनाडु में बीजेपी का खाता ख्ाुला है।
-पीएम मोदी ने जयललिता को बधाई दी है।
- जय ललिता ने इस ऐतिहासिक जीत के लिए जनता को शुक्रिया कहा है।
पश्चिम बंगाल
-ममता के घर के बाहर घर के बाहर मिठाई बांटी जा रही हैं।
-बीजेपी को 10 प्रतशित से ज्यादा वोट मिले हैं।
-पश्चिम बंगाल में पिछले पांच साल से सत्ता से दूर लेफ्ट का वापसी का सपना अधूरा रह गया।
-खड़पुर सीट से दिलीप घोष आगे चल रहे हैं।
-टीएमसी न सिर्फ सत्ता में वापसी कर रही है बल्कि उसकी सीटें पिछली बार की तुलना में और ज्यादा बढ़ सकती हैं।
-2011 के विधानसभा चुनावों में टीएमसी को 184 सीटों पर जीत मिली थी जबकि सीपीएम 40 और कांग्रेस 42 सीटों पर जीती थी।
-इस बार के चुनाव में अभी तक कांग्रेस को लेफ्ट से ज्यादा सीटें मिली हैं।
- ममता ने कहा है कि वह बीजेपी से हाथ नहीं मिलाएंगी।
-उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वह पीएम पद भी संभालने को तैयार हैं।
चुनाव से पहले विपक्ष ने ममता को इन मुद्दों पर घेरा था
-पिछले पांच साल में ममता बनर्जी सरकार को सांप्रदायिकता, शारदा घोटाला, रेप की बढ़ती वारदातों के कारण विपक्ष ने निशाना बनाया था।
-चुनाव से ठीक पहले टीएमसी के तमाम नेताओं का घूस लेते हुए एक स्टिंग ऑपरेशन भी जारी किया गया था।
-कोलकाता में ब्रिज गिरने पर भी ममता सरकार को घेरा गया था।
पुडुचेरी
-कांग्रेस की स्थिति संतोषजनक।
-कांग्रेस 30 में 17 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।
केरल
-तिरुवनंतपुरम से एक्स क्रिकेटर श्रीसंत को हार का सामना करना पड़ा है।
-केरल में लेफ्ट को सफलता मिली है।
-कांग्रेस लेफ्ट के साथ पश्चिम बंगाल में भी चुनाव लड़ रही थी वहीं लेकिन वहां उसे सफलता नहीं।
-प्रकाश जावडे़कर ने कहा कि बीजेपी की शक्ति बढ़ रही है और कांग्रेस कमजोर हो रही है।
-बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा है कि नेतृत्व फेल हो गया है।
-राहुल गांधी ने 5 राज्यों में हार की बात स्वीकार की है।