नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली से सटे हरियाणा के पलवल से बड़ी खबर मिल रही है कि यहां एक मस्जिद ‘खुलाफा-ए-रशीदीन’ का निर्माण कथित तौर पर मुंबई हमले के आरोपी हाफिज सईद के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के पैसों हुआ है। राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी की जांच के बाद अब ये मस्जिद सुरक्षा एजेंसियों के निशाने पर है।
आपको बता दें, इस मस्जिद के इमाम मोहम्मद सलमान सहित तीन लोगों को आतंकी फंडिंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के बाद 3 अक्टूबर को एनआईए ने मस्जिद की सघन तलाशी ली।
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क्या कहते हैं स्थानीय लोग
स्थानीय लोगों के मुताबिक जिस जमीन पर मस्जिद बनी है वो विवादित है। उन्हें इमाम के आतंकी के साथ किसी संबंध की जानकारी नहीं है। सलमान बचपन से ही दिल्ली में रहा है। उसने इस मस्जिद निर्माण के लिए बहुत पैसा दिया था। यहां के लोगों के मुताबिक उनको लगा कि सलमान बहुत पैसे और रसूख वाला है तभी उसने मस्जिद के लिए लाखों रुपयों का इंतजाम चुटकियों में कर दिया।
वहीं, एनआईए मस्जिद के कर्मचारियों से पूछताछ कर रही है। साथ ही खाता-बही की भी जांच की जा रही है। मस्जिद बनाने के लिए मिले राशि के विवरण व अन्य दस्तावेजों को जब्त कर लिया गया है।
क्या किया एनआईए ने
जांच एजेंसी ने सलमान, मोहम्मद सलीम और साजिद अब्दुल बानी को पिछले माह 26 सितंबर को लाहौर हाफिज सईद के जमात-उद-दावा के फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन से आंतंकी गतिविधियों के लिए पैसे लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। सूत्रों बताते हैं कि एनआईए की जांच में सामने आया कि कथित तौर पर सलमान ने पलवल में मस्जिद बनाने के लिए एफआईएफ से पैसे लिए।
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क्या कहा गया एनआईए की ओर से
इमाम की गिरफ्तारी के बाद एनआईए की ओर से कहा गया कि जांच के दौरान यह पाया गया कि एक सलमान दुबई में रहने वाले एक पाकिस्तानी नागरिक से लगातार संपर्क में है। वह पाकिस्तानी नगारिक फलाह ए इंसानियत फाउंडेशन के डिप्टी चीफ से संपर्क में है। आरोपी व्यक्ति एफआईएफ द्वारा धन प्राप्त कर रहा है और हवाला कारोबार में लिप्त है।